सहारनपुर में छह नए मामले सामने आए, कोरोना मरीज बढ़कर हुए 166
हर जोन में बन रहे हैं कोच
कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए रेलवे ने अपने कोचों को मेडिकल सुविधा के लिए आइसोलेशन वार्ड के रुप में बना रहा है। रेलवे ने देश के हर जोन व मंडलों को आइसोलेशन वार्ड बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। हालांकि संसाधन के चलते ज्यादातर कोच तैयारी के लिए लखनऊ भेजे गए है। मुरादाबाद के रेल अफसरों का कहना है कि 8 कोच कोरोना से लड़ने के लिए तैयार हो गए है।
6 दिन के बच्चे ने दी कोरोना वायरस को मात, 82 वर्षीय महिला ने भी जीती जिंदगी की जंग
बेड्स की कमी को देखते हुए तैयार
आइसोलेशन कोचों को आपात स्थिति में और कोविड-19 से लड़ने में स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रयासों के पूरक के रूप में तैयार किया जा रहा है। दरअसल, अमेरिका, इटली, स्पेतन समेत विश्वा के कई देशों में इस समय कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के मद्देनजर अस्प तालों में बेड्स की भारी कमी महसूस की जा रही है। कई देशों ने जहाजों और हॉटलों में भी आइसोलेशन वार्ड तैयार किए है। इसके बावजूद मरीजों को बेड नहीं मिल पा रहे हैं। ऐसे में भारत में भी विकट परिस्थितियां का सामना करने के लिए अपनी कमर कस ली है।
गौतमबुद्ध नगर में 115 पहुंची कोरोना संक्रमितों की संख्या, 71 मरीज ठीक होकर गए घर
प्लेटफ़ॉर्म पर पहुंचे कोच
मुरादबाद में भी 8 कोच कोरोना के खिलाफ जंग के लिए तैयार हो चुके है। अधिकारीयो के अनुसार आवश्यकताओं और मानदंडों के अनुसार सर्वोत्तम संभव प्रयास और चिकित्सा पर्यवेक्षण सुनिश्चित करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। आइसोलेशन कोच में खिलड़कियो पर जालीदार शीट,टॉइलेट को बाथरुम में तब्दील करने के साथ साथ,गेट पर प्लास्टिक के पर्दे व हर बेड पर तीन डस्टबिन की व्यवस्था फिरहाल की गई है। रेलवे टेक्निशियन की माने तो जो व्यवस्था अस्पताल के वार्ड में रहती है हर वो व्यवस्था आपको इन कोचेस में देखने को मिल जाएगी। अब इन्हें जल्द ही स्वास्थ्य विभाग को सौंप दिया जाएगा। इन्हें स्टेशन के प्लेटफार्म नम्बर 7 पर खड़ा कर दिया गया है।