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सांसद आजम खान ( ajam khan ) पर आरोप है कि साल 2008 में जब वह बिजनौर के रास्ते मुरादाबाद होकर रामपुर आ रहे थे तब छजलैट थाने की पुलिस ने उन्हें वाहन चेकिंग के दौरान रोक लिया था। इसी बात को लेकर पुलिस से उनकी कहासुनी हो गई थी जिसके बाद आजम खान गुस्से से आग बबूला होकर सड़क पर ही प्रदर्शन करने को बैठ गए थे। यह घटना सुर्खियों में छा गई थी। बड़ी संख्या में सपाई भी माैके पर पहुंच गए थे। इस तरह कई घंटों तक हाईवाेल्टेज ड्रामा चला था। बाद में पुलिस के आला अफसरों ने आजम खान काे मनाकर रामपुर के लिए रवाना कर दिय था। उसी दिन थाना छजलैट पुलिस ने आजम खान के खिलाफ पुलिस के साथ अभद्रता करने और सरकारी कार्य में बाधा डालने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया था। यह भी पढ़ें
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इस मामले में आजम खान ने अपनी जमानत नहीं कराई थी। कई बार कोर्ट से उन्हे नाेटिस भेजे गए वारंट भेजे गए लेकिन आजम खान कोर्ट नहीं आए। इन दिनों आजम खान सीतापुर की जिला जेल में बंद हैं। अब कोर्ट से वारंट जारी हाेने पर उन्हे सीतापुर जेल से पुलिस मुरादाबाद काेर्ट में पेशी पर लाई है। यहां उनकी जमानत पर सुनवाई हाेगी। आजम खान के आते ही वहां बड़ी संख्या में समर्थक भी पहुंचे लेकिन पुलिसकर्मियों ने उन्हे राेक दिया। इस दाैरान आजम खान ने दूर से ही हाथ हिलाकर समर्थकों का अभिवादन किया। पुलिसकर्मियों ने इस दाैरान रस्से से घेरा बनाकर आजम खान की सुरक्षा बढ़ाई।