यह भी पढ़ें
IPL के 11वें सीजन में इतने करोड़ में बिके वेस्ट यूपी के ये खिलाड़ी दरअसल शनिवार को समाजवादी पार्टी (सपा) का प्रदेशव्यापी आंदोलन था उसी को कामयाब बनाने के लिए सपा नेता आज़म खान के बेटे अब्दुल्ला आज़म अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ अपनी विधानसभा स्वार टांडा पहुंचे, जहां उन्होंने तहसील परिसर में सरकार विरोधी नारे लगाकर अपना विरोध प्रकट किया। इस दौरान अब्दुल्ला गन्ने की फसल का मुआवजा और सरकार द्वारा की गई किसानों की कर्ज़माफी को लेकर गंभीर हुए। अब्दुल्ला ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है।
IPL के 11वें सीजन में इतने करोड़ में बिके वेस्ट यूपी के ये खिलाड़ी दरअसल शनिवार को समाजवादी पार्टी (सपा) का प्रदेशव्यापी आंदोलन था उसी को कामयाब बनाने के लिए सपा नेता आज़म खान के बेटे अब्दुल्ला आज़म अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ अपनी विधानसभा स्वार टांडा पहुंचे, जहां उन्होंने तहसील परिसर में सरकार विरोधी नारे लगाकर अपना विरोध प्रकट किया। इस दौरान अब्दुल्ला गन्ने की फसल का मुआवजा और सरकार द्वारा की गई किसानों की कर्ज़माफी को लेकर गंभीर हुए। अब्दुल्ला ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है।
अब्दुला आज़म यहीं नहीं रुके उन्होंने आगे कहा कि रामपुर में डंके की चोट पर खनन हो रहा है, कोई रोकने वाला नही हैं। भाजपा सरकार से ऐसी उम्मीद नहीं थी। सरकार से उम्मीद थी गड्डा मुक्त सड़कों की, अच्छे शासन की, किसानों को राहत की, लेकिन यह सब पूरा होना तो दूर अभी शुरू भी नहीं हुआ। रामपुर ज़िले की स्वार विधानसभा में चुनाव के बाद सपा सरकार और आज़म खान के बेटे अब्दुल्ला आज़म का प्रदेश सरकार और उसकी नीतियों के खिलाफ यह पहला विरोध प्रदर्शन था।
चुनाव जीतने के बाद आए विवादों में
दरअसल आजमा खान के बेटे अब्दुल्ला आजम पर विधायक पद के लिए निर्धारित आयु सीमा (25 वर्ष) को पूरा करने के लिए फर्जी आयु प्रमाण पत्र बनवाकर चुनाव लड़ने का आरोप है। जानकारी के मुताबिक चुनाव लड़ते वक्त अब्दुल्ला की उम्र 25 वर्ष से कम थी।
दरअसल आजमा खान के बेटे अब्दुल्ला आजम पर विधायक पद के लिए निर्धारित आयु सीमा (25 वर्ष) को पूरा करने के लिए फर्जी आयु प्रमाण पत्र बनवाकर चुनाव लड़ने का आरोप है। जानकारी के मुताबिक चुनाव लड़ते वक्त अब्दुल्ला की उम्र 25 वर्ष से कम थी।