मुरादाबाद के मूंढापांडे निवासी मोहम्मद रफी ने एंटी करप्शन ब्यूरो में शिकायत की थी। उसने कहा था कि वो पिछले 3 साल से मिट्टी का काम कर रहा है। उसने इसके लिए शासन से परमिशन कराई थी। इसके बाद जिले में खनन अधिकारी से लेटर की जरूरत थी। इसी परमिशन लेटर की एवज में खनन अधिकारी राहुल सिंह ने 3 लाख रुपए मांगे।
मोहम्मद रफी का कहना है कि जब वो खनन अधिकारी राहुल सिंह से मिला तो उन्होंने 3 लाख रुपए की डिमांड करते हुए बाबू शाहरुख से मिलने के लिए कहा। बाबू से सौदेबाजी की बात 2 लाख रुपए पर तय हुई। बाबू ने कहा कि वो अपने 20 हजार रुपए अलग से लेगा। मोहम्मद रफी ने बताया- घूस की रकम सेट होने के बाद वो एंटी करप्शन ब्यूरो में गया। उसने वहां खनन अधिकारी और बाबू की शिकायत की।
इसके बाद एंटी करप्शन ब्यूरो के अधिकारियों ने 20 हजार रुपए के नोट केमिकल लगाकर मोहम्मद रफी को दे दिए। तय योजना के अनुसार, मोहम्मद रफी कचहरी में खनन अधिकारी के कार्यालय में बाबू शाहरुख के पास पहुंचा। बाबू ने 20 हजार रुपए मोहम्मद रफी से ले लिए और उन्हें गिनने लगा। इतने में एंटी करप्शन ब्यूरो के अधिकारियों ने उसे रंगेहाथ दबोच लिया।