कैराना उपचुनाव के समीकरण साधने के लिए भाजपा अपना रही ये फार्मूला
देश के एक चोथाई हिस्से में जल्द हो सकता है ब्लैक आउट, ये है बड़ी वजह
जिला अस्पताल की सीएमएस डॉ ज्योत्स्ना पन्त का कहना है की पहले चरण में सिर्फ ओपीड़ी के पर्चेको ई हास्पिटल से जोड़ा गया है। दूसरे चरण में अस्पताल की इंडोर सेवाओं और तीसरे चरण में पैथोलॉजी सेवाओं को इससे जोड़ा जाएगा।
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कैराना उपचुनाव से पहले हो गया ये बड़ा कांड, भाजपा को हो सकता है भारी नुकसान
वहीँ नोडल अधिकारी एनपी मिश्रा ने बताया कि ई-हास्पिटल सेवा के जरि मरीजों को आवंटित यूनिवर्सल आईडी नंबर दिया जायेगा । जिसके बाद मरीज पूरे भारत मे कही पर भी यूआईडी के जरिये इलाज करा सकेगा। एक बार यूआईडी नंबर मिलने के बाद मरीजो को बार बार पर्चा बनाने की झंझट से भी मुक्ति मिल जाएगी।
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वहीँ नोडल अधिकारी एनपी मिश्रा ने बताया कि ई-हास्पिटल सेवा के जरि मरीजों को आवंटित यूनिवर्सल आईडी नंबर दिया जायेगा । जिसके बाद मरीज पूरे भारत मे कही पर भी यूआईडी के जरिये इलाज करा सकेगा। एक बार यूआईडी नंबर मिलने के बाद मरीजो को बार बार पर्चा बनाने की झंझट से भी मुक्ति मिल जाएगी।
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आंधी बारिश से मौसम हुआ सुहाना,देखें वीडियो वहीँ जानकारों के मुताबिक इस सेवा से सीधा फायदा निश्चित रूप से मरीजों को होगा। इससे एक तो मरीज का डाटा रहेगा और इस बीमारी से कितने मरीज रोजाना या फिर महीने में आ रहे हैं। कौन सी बीमारी में किस इलाके लोग ज्यादा प्रभावित हैं उसका भी पता चल सकेगा। इसके साथ ही किन लोगों को एक जैसी बीमारियां एक समय पर हो रहीं हैं और उन्हें किस प्रकार का इलाज मिल रहा है। इसकी भी जानकारी रहेगी। इससे कभी कभार संक्रामक बीमारियों से निपटने में खासा मदद मिलेगी।
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