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घटना उत्तर प्रदेश के रामपुर ज़िले की है । यहां पांच लोगों में गहरी दोस्ती थी। यह सभी पांचों बहुंत ही घनिष्ठ और अच्छे दोस्त थे। सभी एक साथ बैठकर शराब पीते, खाना खाते और एक साथ रहते थे, लेकिन एक वक्त ऐसा आया कि उनके एक दोस्त कढ़ेराम को 90 हज़ार रुपये की जरूरत पड़ गई। अपने इस दोस्त की जरूरत को उसके दोस्त वीरपाल ने अपनी भूमि पर बैंक से कर्ज लेकर उसकी जरूरत को पूरा कर एक अच्छे दोस्त का फ़र्ज़ निभाया । लेकिन बाद में उस दोस्त ने अपने बाकी साथियों की मदद से उसका कत्ल कर अपने हाथ खून से रंग लिए।
घटना उत्तर प्रदेश के रामपुर ज़िले की है । यहां पांच लोगों में गहरी दोस्ती थी। यह सभी पांचों बहुंत ही घनिष्ठ और अच्छे दोस्त थे। सभी एक साथ बैठकर शराब पीते, खाना खाते और एक साथ रहते थे, लेकिन एक वक्त ऐसा आया कि उनके एक दोस्त कढ़ेराम को 90 हज़ार रुपये की जरूरत पड़ गई। अपने इस दोस्त की जरूरत को उसके दोस्त वीरपाल ने अपनी भूमि पर बैंक से कर्ज लेकर उसकी जरूरत को पूरा कर एक अच्छे दोस्त का फ़र्ज़ निभाया । लेकिन बाद में उस दोस्त ने अपने बाकी साथियों की मदद से उसका कत्ल कर अपने हाथ खून से रंग लिए।
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वीरपाल ने बैंक से लौन लेकर अपने दोस्त को तो दे दिया, लेकिन पैसे वापिस नहीं मिलने की वजह से बैंक ने वीरपाल को तकादा शुरू कर दिया, जिसको लेकर वीरपाल ने अपने दोस्त से पैसों को वापस करने के लिए जैसे ही कहा सभी चारो दोस्त उसे बहलाकर जंगल में ले गए। यहां लाने के बाद इन सभी ने मिलकर वीरपाल की हत्त्या कर शव एक कुएं में फेंक दिया और फरार हो गए । लेकिन इन हत्यारे दोस्तों की चालाकी ज्यादा दिनों तक नहीं चल पाई। पुलिस ने हतिया कामामला सामने आने के बाद जांच शुरू की तो एक-एक करके सभी परतें खुलती जली गई और पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। यह भी पढ़ेंः यूपी के इस शहर में मुस्लिम सभासद के परिवार पर तेजाब से हमला, 4 की हालत नाजुक
एडीशनल एसपी सुधा सिंह के मुताबिक वीरपाल की हत्या उनके चार दोस्तों ने ही पैसों के लेन-देन को लेकर की थी। गिरफ्तार चीरों दोस्तों के नाम सतवीर, झाझन लाल, सोहन लाल, ओर कढ़ेराम हैं, जबकि मरने वाले शख्स का नाम वीरपाल था । पुलिस ने बताया कि यहां चार दोस्तों ने अपने एक दोस्त की हत्या महज़ 90 हज़ार की उधारी ना चुकाने को लेकर कर दी। पुलिस ने सभी हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया है। इसके साथ ही उनके कब्जे से मृतक वीरपाल की चप्पल भी बरामद कर ली घई है। एडिशनल एसपी के मुताबिक सभी आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है।
वीरपाल ने बैंक से लौन लेकर अपने दोस्त को तो दे दिया, लेकिन पैसे वापिस नहीं मिलने की वजह से बैंक ने वीरपाल को तकादा शुरू कर दिया, जिसको लेकर वीरपाल ने अपने दोस्त से पैसों को वापस करने के लिए जैसे ही कहा सभी चारो दोस्त उसे बहलाकर जंगल में ले गए। यहां लाने के बाद इन सभी ने मिलकर वीरपाल की हत्त्या कर शव एक कुएं में फेंक दिया और फरार हो गए । लेकिन इन हत्यारे दोस्तों की चालाकी ज्यादा दिनों तक नहीं चल पाई। पुलिस ने हतिया कामामला सामने आने के बाद जांच शुरू की तो एक-एक करके सभी परतें खुलती जली गई और पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। यह भी पढ़ेंः यूपी के इस शहर में मुस्लिम सभासद के परिवार पर तेजाब से हमला, 4 की हालत नाजुक
एडीशनल एसपी सुधा सिंह के मुताबिक वीरपाल की हत्या उनके चार दोस्तों ने ही पैसों के लेन-देन को लेकर की थी। गिरफ्तार चीरों दोस्तों के नाम सतवीर, झाझन लाल, सोहन लाल, ओर कढ़ेराम हैं, जबकि मरने वाले शख्स का नाम वीरपाल था । पुलिस ने बताया कि यहां चार दोस्तों ने अपने एक दोस्त की हत्या महज़ 90 हज़ार की उधारी ना चुकाने को लेकर कर दी। पुलिस ने सभी हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया है। इसके साथ ही उनके कब्जे से मृतक वीरपाल की चप्पल भी बरामद कर ली घई है। एडिशनल एसपी के मुताबिक सभी आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है।
गौरपतलब है कि 26 अप्रैल 2018 को कोतवाली मिलक इलाके के जंगल के एक कुएं से एक शख्स का शव मिलने की सूचना पुलिस को मिली थी, जिसकी पहचान खेड़ा कोतवाली मिलक निवासी वीरपाल के रूप में हुई थी। इस मामले में पुलिस ने 217/ 18 धारा 302,201 की धारां में मुकद्दमा दर्ज कर जांच शुरू की थी, जिसका अब पुलिस ने खुलासा किया है।