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जुकाम है तो अदरक व हल्दी की चाय पीएं यहां बता दें कि पहाड़ी पेड़ की जड़ अदरक से काफी सस्ती पड़ती है, इसलिए अधिक मुनाफे के चक्कर में इसे बाजारों बेचा जा रहा है। बाजार में अधिक मुनाफे के चलते अब कुछ लोग इसकी खेती भी करने लगे हैं। बेचने वाले से लेकर आढ़ती तक इसे कच्ची अदरक बताकर ही बेच रहे हैं। इसलिए हम आपसे कहते हैं कि अगर आप बाजार से अदरक खरीदने जा रहे हैं तो आपको जांच-परख के साथ सावधानी बरतने की भी जरूरत है। आइये हम आपको कुछ ऐसे तरीके बताते हैं, जिनसे आप असली और नकली अदरक की पहचान आसानी से कर सकते हैं और अपने परिवार को स्वस्थ रख सकते हैं।
अदरक खरीदने के दौरान इन बातों का रखें ध्यान जब आप बाजार से अदरक खरीदने जाएं तो खुद अदरक का चुनाव करें। खरीदते समय यह ध्यान रखें कि अदरक की त्वचा पतली हो, जिसमें नाखून गड़ाकर देखेंगे तो त्वचा कट जाएगी। अब इसे सूंघकर देखें और परखें की इसकी तीखी खुशबू है या नहीं। अगर खुशबू तीखी है तो अदरक असली है और नहीं तो समझ जाएं कि आपकों अदरक के स्थान पर कुछ और ही बेचा जा रहा है।
बाजार में मिल रही पहाड़ी जड़ दरअसल, कम समय में मुनाफ कमाने के चक्कर में उत्तराखंड के ऊपरी भाग में एक पेड़ होता है, जिसे तहड़ कहा जाता है। इस पेड़ की जड़ करीबन अदरक जैसी ही होती है। आयुर्वेद में इसको पहाड़ में अदरक के रूप में जाना जाता है। लेकिन, यह भी असली अदरक का कार्य नहीं करती है। सूखकर यह बिल्कुल अदरक जैसी ही नजर आती है और असली अदरक से बेहद सस्ती पड़ती है। बाजारों में इसे भी अदरक बताकर बेचा जा रहा है। इसलिए हम आपसे कहते हैं कि उपरोक्त जानकारी का इस्तेमाल कर अपने परिवार को स्वस्थ रखें।