मुरादाबाद: सोने के आभूषण पहनना और खरीदना हर किसी का शौक होता है। चाहे वो आम हो या ख़ास। लेकिन अगर आप को पता चले की आप ने जो बाजार की कीमत पर पीली धातु की चीज खरीदी है वो सोना नहीं कुछ और तो सोचिये आप पर क्या बीतेगी। जी हां आजकल बड़े पैमाने पर बाजार में सोने की जगह केमिकल युक्त सोना बेचा जा रहा है। जो न सिर्फ आपकी जेब को चूना लगा रहा है बल्कि आपकी सेहत से भी खिलवाड़ कर सकता है। लेकिन महज कुछ रूपये के खर्चे पर आप बहुत आसानी से इसे पकड भी सकते हैं। बशर्ते आपके शहर या आसपास स्टैण्डर्ड मेटल लैब हो तो। मुरादाबाद स्थित लैब में जब कई लोगों ने अपने सोने की शुद्धता की जांच करवाई तो उसमें 22 कैरेट वाला सोना 15 या 16 ही निकला।
इन धातुओं को मिलाया जाता है सोने में
सोने की धातु से जब आभूषण तैयार किये जाते है तो उसमें चांदी ओर तांबा मिलाया जाता है, क्योंकि इनके बिना सोने के आभूषण तैयार नही हो सकते। लेकिन आज कल बाजार में हाईटेक सोना बाजार में आ गया है जिसकी शुद्धता आसानी से नही पकड़ी जा सकती। हाईटेक सोना पहनने से त्वचा की कई गंभीर बीमारी होने की भी संभावना है।
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इन रसायनों का प्रयोग हो रहा है
सोना खरीदने के नाम पर आपको लगता है कि आप कही ठग तो नही गए है तो आप अपने सोने की जांच करा लीजिए। मुरादाबाद में हाईटेक सोना को पकड़ा जाना अब आसान हो गया है। मुरादाबाद की पीतल बस्ती स्थित मेटल हैंडीक्राफ्ट सर्विस सेंटर की रिसर्च एंड केलिब्रेशन लेबोरेटरी में सोने की शुद्धता की जांच की जा रही है। नए रसायनों जैसे पैलेडियम, इरीडियम, रोफियम, ओसियम और रुथेनियम की मिलावट से सोना तैयार हो रहा है। इरीडियम एक प्रकार का पाउडर होता है जिससे नकली सोना तैयार किया जा रहा है। सोने में इरीडियम ओर रुथेनियम की मिलावट होने से शरीर पर घाव होने की संभावना बढ़ जाती है। जिससे त्वचा कैंसर भी हो सकता है।
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एक मिनट में हो जाती है जांच
मेटल हैंडीक्राफ्ट सर्विस सेंटर के महाप्रबंधक डॉ रविंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि हमारे यहा लेबोरेटरी में अत्याधुनिक मशीनें होने से हम सोने की शुद्धता की जांच कर सकते है। 22 कैरेट के सोने पर हमको 17 प्रतिशत ही सोना मिलता है लेकिन हाईटेक सोने में आम तौर पर आप सोने की शुद्धता की जांच नही कर सकते। हमारे यहा लेबोरेटरी में बहुत कम चार्ज लेकर सोने की शुद्धता की जांच करते है। डेढ़ दर्जन से ज्यादा लोगो ने अपने सोने की जांच हमारे यहा करायी है। एक मिनट के अंदर हम सोने में मिलावटी रसायनों का पता कर बात सकते है कि सोने में किन किन रसायनों की मिलावट की गयी है।
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ऐसे बिक रहा बाजार में केमिकल वाला सोना
बाजार गंज के जेवलर्स सचिन बताते है कि सोने में मिलावट कभी दुकानदार या कारीगर ऐसा काम नही कर सकता। ज्यादा तर सोना विदेश से आता है और उसकी शुद्धता की जांच होती है। दरसल मामला यह है कि विदेशों से आने वाले ई कचरे को गलाकर जो सोना या चांदी निकाली जा रही है और चोरी छिपे वह बाजारों में बेचा जा रहा है उस सोने में हानि कारक रसायन आ रहे है। क्योंकि एक कम्प्यूटर के मदरबोर्ड को जब जलाया जाता है तो उसके साथ ना कौन कौन से रसायन पदार्थ सोने और चांदी में मिक्स हो जाते है। यह पर्यवारण को तो नुकसान पहुचाते ही है लेकिन इससे जो सोना और चांदी निकालकर आभूषण तैयार होते है। उससे भी त्वचा रोग होने की संभावना बढ़ जाती है। हम भी जब सोना खरीदते है तो इन सब रसायनों की अब जांच कराते है जिससे हमको यह मालूम पड़ जाता है कि सोना कितना शुद्ध है और कही हमको रसायन वाला मिलावटी सोना तो नही बेचा जा रहा।