पुलिस के रिकॉर्ड से पता चला कि जिले में सड़क हादसे बढ़े हैं, लेकिन मृत्यु दर कम हुई है। सड़क हादसों में घायलों का इलाज कराने के लिए अस्पतालों की जियो टैगिंग की गई है। अब 108 वाहन के चालकों से पता लगाया जाएगा कि वे कितने घायलों को अस्पतालों तक पहुंचा चुके हैं।
ई-रिक्शा से अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल न भेजें। इस बारे में अभिभावकों को जागरूक किया जाएगा। नाबालिग बच्चे बाइक या स्कूटी चलाते हैं तो उनके अभिभावकों से पूछताछ की जाएगी। तीन बार ऐसी गलती करने पर अभिभावकों का 25 हजार का चालान किया जाएगा।
एसपी ट्रैफिक सुभाष चंद्र गंगवार ने बताया कि जामा मस्जिद चौराहा से ताजपुर माफी पुल पर वाहन चेकिंग एवं यातायात नियमों के उल्लंघन के विरुद्ध ई-चालान की कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में स्मार्ट कैमरे लगाने के लिए स्मार्ट सिटी को डीएम निर्देश देंगे। यातायात पुलिस और परिवहन विभाग को एक-एक इंटरसेप्टर गाड़ी दिलाने के लिए शासन को पत्र भेजा जाएगा। बैठक में ब्लैक स्पॉट की भी समीक्षा की गई।