कविता जब पैसा नहीं ला पाई तो उसे तरह-तरह से पीड़ा देना शुरू कर दिया गया। पति और ससुरालियों द्वारा उसका उत्पीड़न किए जाने से परेशान होकर उसने दोपहर के समय ससुराल में ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घण्टों फाँसी के फंदे पर लटके रहने के बाद पति ने फंदे से शव को उतारा और सीएचसी बिलारी ले गया। जहां डॉक्टरों ने कविता को मृत घोषित करते हुए सूचना पुलिस को भिजवा दी।
इधर खबर मिलते ही मृतका कविता के पिता और परिवार वाले भी उसकी ससुराल पहुच गए और पुलिस को तहरीर देते हुए चारों के खिलाफ दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज किए जाने की मांग की। मौके पर पहुचे आला अधिकारियों के आदेश पर दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। पुलिस का कहना है कि आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
मृतका कविता के दो बच्चे बताए गए हैं। जिनमे बड़ी बेटी तीन साल की और एक बेटा साढ़े तीन महीने का ही दुधमुंहा है। कविता की मौत से परिवार वालों में कोहराम मच गया है।