ये है वजह
जयाप्रदा अमर सिंह की करीबी हैं ये जगजाहिर है और इन दिनों अमर सिंह और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बीच मुलाकात के बाद आसार लगाये जा रहे हैं कि जयाप्रदा को रामपुर सीट से लोकसभा चुनाव लडवाया जा सकता है। क्यूंकि सपा के कद्दावर नेता आज़म खां को सिवाय उनके कोई चुनौती नहीं दे पायेगा। भाजपा के मौजूदा सांसद नेपाल सिंह की उम्र और उनकी सेहत को देखकर उनका टिकट कटना तय माना जा रहा है। ऐसे में इस सीट पर कब्जे के लिए भाजपा को किसी बड़े चेहरे की जरुरत है जो सिर्फ जयाप्रदा ही पूरी कर सकती हैं।
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दो बार रही चुकी हैं सांसद
यहां बता दें कि कभी अमर सिंह की समाजवादी पार्टी में तूती बोलती थी तो जयाप्रदा दो बार रामपुर से संसद पहुंची थी। अब अमर सिंह भी किसी कश्ती की तलाश में हैं जो पिछले दिनों उनकी अमित शाह से मुलाकत के बाद मिलती हुई दिखाई पड़ रही है। फिर इस सीट पर बिना बड़े नाम के भाजपा को भी अपनी हार दिखाई पड़ रही है। 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर में मौजूदा सांसद नेपाल सिंह महज कुछ हजार वोटों से ही जीत पाए थे। इस बार हवा का रुख बदल चुका है इसलिए भाजपा भी कोई रिस्क नहीं लेने के मूड में है।
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चल रही है बातचीत
रामपुर में जयाप्रदा के मीडिया प्रभारी रहे मुस्तफा हुसैन के मुताबिक अभी भाजपा में जाने की बातचीत चल रही है। अगर कुछ फाइनल होगा तो वो सबके सामने होगा। फ़िलहाल जयाप्रदा के रामपुर से भाजपा के टिकट पर लड़ने की चर्चा ने विरोधी खेमे में जरुर हलचल मच गयी है।