मुरादाबाद। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनावों से पहले अपने पक्ष में माहौल बनाने के लिए भाजपा कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। जिसको लेकर लगातार भाजपा कई तरह के कार्यक्रम प्रदेश भर में अलग-अलग स्थानों पर कर रही है। चाहे वह परिवर्तन यात्रा हो या अन्य रैली, वहीं भाजपा अब महिला सम्मेलन और इसी कड़ी में प्रदेश भर में पिछड़ी जातियों के समीकरण को भुनाने के लिए पिछड़ा वर्ग सम्मेलन आयोजित कर रही है। ये भी पढ़ें—खुद को फकीर कहने वाले पीएम मोदी की पार्टी में करोड़पतियों को मिलेगा टिकट! शहर के कम्पनी बाग में आयोजित पिछड़ा वर्ग सम्मलेन में भाजपा के पिछड़ा वर्ग के प्रदेश उपाध्यक्ष जसवंत सैनी ने कार्यकर्ताओं का उत्साहवर्धन किया। वहीं सबसे बड़ी बात ये रही कि इस कार्यक्रम में कार्यकर्ता अपेक्षा के अनुरूप नहीं आ सके। जब जसवंत सैनी से पूछा गया कि क्या नोटबंदी की वजह से कार्यकर्त्ता नहीं पहुंचे तो वे सवाल को टाल गए। रविवार को भाजपा द्वारा पिछड़ा वर्ग सम्मेलन किया गया लेकिन इस सम्मेलन में भाजपाई आधी कुर्सियां भी नहीं भर पाए, जिसकी चिंता खुद मंच पर विराजमान प्रदेश उपाध्यक्ष और अन्य नेताओं ने भी जतायी। दरअसल, पिछले दिनों पीएम मोदी की रैली में भीड़ जुटाने के बाद स्थानीय भाजपाई फूले नहीं समा रहे थे, लेकिन रविवार को पिछड़ा वर्ग सम्मलेन में ना के बराबर कार्यकर्त्ता पहुंचने से बड़े नेताओं की खासा किरकिरी हुई। क्योंकि सम्मेलन को लेकर गिनती की कुर्सियां बिछाई गयीं थी, वो भी खाली देखकर दूर दराज से आए नेता उखड़ भी गए और रस्म अदा कर कार्यक्रम समाप्त किया। ये भी पढ़ें— आरएसएस कार्यकर्ता की हुई मौत तो दरोगा को मिली ये गंभीर सजा उधर जब प्रदेश उपाध्यक्ष जसवंत सैनी से भीड़ ना जुटने का कारण पूछा तो बोले कि अभी पीएम की रैली हो चुकी है और फिर मैं भी देर से पहुंचा। बता दें कि पार्टी में कार्यक्रम की जिम्मेदारी पदाधिकारियों को दी गई थी लेकिन पार्टी में जारी गुटबंदी की चर्चा कुर्सियों पर बैठे भाजपाई भी खूब कर रहे थे। फिलहाल इस कार्यक्रम की रिपोर्ट अब पार्टी हाईकमान को भी भेजी जाएगी। जिससे स्थानीय पदाधिकारी खासा बेचैन हैं। ये भी पढ़ें— प्रधानमंत्री के इस कदम से भड़के जयंत चौधरी, ‘गुस्से’ में दी ये चेतावनी