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कांवड़ियों ने फिर मचाया उत्पात, दिल्ली-लखनऊ हाई-वे पर ट्रक के शीशे तोड़ने के बाद लगाया जामजिला मुख्यालय से 35 किलोमीटर दूर केमरी थाना क्षेत्र के गांव चिड़िया खेड़ा में दर्जनों कांवड़ यात्री हरिद्वार से जल लेकर आ रहे थे। इस दौरान मालन खेड़ा शिव मंदिर पर जल चढ़ाने के लिए कांवड़िये चिड़िया खेड़ा गांव के बीच से होकर गुजर रहे थे कि मस्जिद के सामने वाली सड़क पर निकलने से मुस्लिम समुदाय के लोगों ने मना किया। जिसको लेकर कांवड़िए भड़क गए और वहीं धरने पर बैठ गए। कावड़ियों के धरने की सूचना पर प्रशासन एक्टिव हुआ और दोनों पक्षों से बातचीत करके इस बात के लिए रजामंद किया गया कि कांवड़ यात्रियों को आगे जाने दिया जाए।
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कांवड़ यात्रा 2018: योगी का ये मंत्री गंगा से एक कांवड़ देश के नाम लेकर निकलाकाफी मान-मनौव्वल के बाद मुस्लिम समुदाय के लोगों ने कांवड़ यात्रा को आगे जाने दिया। इस दौरान मुस्लिम समुदाय के लोगों ने कहा कि बारह-वफात के त्यौहार पर हम भी जुलूस निकालेंगे। इस पर एसडीएम व सीओ ने कहा कि नई परंपरा के लिए आपको परमिशन लेनी होगी। अन्यथा आप जुलूस नहीं निकालेंगे। परमिशन के लिए जब आप अप्लाई करेंगे तब आपको सहयोग किया जाएगा। इसके बात मुस्लिम समुदाय के लोगों ने सहमति जताई कि हमें कांवड़ियों से कोई दिक्कत नहीं है। वह अपनी कांवड़ यात्रा को यहां से निकाल सकते हैं।
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एक घंटे बाद कांवड़ियों का काफिला चिड़िया खेड़ा गांव से मालन खेड़ा शिव मंदिर की ओर बढ़ा और अब सावन के आखिरी सोमवार को सुबह पूरे हर्षोल्लास के साथ शिव मंदिर में जल चढ़ाएंगे।
एक घंटे बाद कांवड़ियों का काफिला चिड़िया खेड़ा गांव से मालन खेड़ा शिव मंदिर की ओर बढ़ा और अब सावन के आखिरी सोमवार को सुबह पूरे हर्षोल्लास के साथ शिव मंदिर में जल चढ़ाएंगे।