वहीं दूसरी ओर आरोपियों से साठगांठ में छजलैट थाने के दरोगा को भी सस्पेंड किया गया है। एसएसपी ने विभागीय जांच के भी निर्देश दिए हैं। ये मामला छजलैट क्षेत्र का है। 4 लोगों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
दरअसल मुरादाबाद के छजलैट थाना इलाके में 16 जनवरी और 28 जनवरी को गोकशी की दो घटनाओं की सूचना पुलिस को मिली थी जिस पर पुलिस ने दोनों घटनाओं का मुकदमा थाने पर दर्ज कर अपनी जांच शुरू की थी। गोकशी की दोनों घटनाओं की जांच करते हुए पुलिस ने बजरंग दल के जिला प्रमुख सुमित विश्नोई उर्फ मोनू, रमन चौधरी, राजीव चौधरी और शहाबुद्दीन सहित 4 लोगो को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि इनके 2 साथी अभी फरार हैं।
दरअसल मुरादाबाद के छजलैट थाना इलाके में 16 जनवरी और 28 जनवरी को गोकशी की दो घटनाओं की सूचना पुलिस को मिली थी जिस पर पुलिस ने दोनों घटनाओं का मुकदमा थाने पर दर्ज कर अपनी जांच शुरू की थी। गोकशी की दोनों घटनाओं की जांच करते हुए पुलिस ने बजरंग दल के जिला प्रमुख सुमित विश्नोई उर्फ मोनू, रमन चौधरी, राजीव चौधरी और शहाबुद्दीन सहित 4 लोगो को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि इनके 2 साथी अभी फरार हैं।
एसएसपी ने किया खुलासा
एसएसपी हेमराज मीणा ने बुधवार को पुलिस लाइन में पत्रकारों से बातचीत के दौरान गोकशी की घटनाओं का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि छजलैट थाना क्षेत्र के समदपुर गांव के पास कांवड़ पथ पर 16 जनवरी को गोवंशीय पशु के अवशेष मिले थे। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की थी। इसके बाद 28 जनवरी की रात चेतरामपुर गांव के जंगल में गोकशी की घटना हुई। इस घटना का लाइव वीडियो बनाकर शासन के अधिकारियों के साथ ही डीएम को ट्वीट करके कार्रवाई की मांग की गई। मामले की जानकारी के बाद एसएसपी ने एसपी देहात संदीप कुमार मीना, सीओ कांठ अंकित तिवारी और छजलैट थाना प्रभारी सतेन्द्र शर्मा के नेतृत्व में टीम गठित कर घटना का पर्दाफाश करने के निर्देश दिए।
पुलिस पूछताछ में हुआ खुलासा
पुलिस ने जांच के बाद इस मामले में चेतरामपुर गांव निवासी शहाबुद्दीन को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने बताया कि कांठ थाना क्षेत्र के रसूलपुर छज्जूपुर गांव निवासी सुमित विश्नोई उर्फ मोनू बजरंग दल का जिला प्रमुख है। कुछ दिन पहले वह अपने साथी रमन चौधरी निवासी खानपुर मुजफ्फरपुर छजलैट, राजीव चौधरी निवासी चक पचोकरा छजलैट के साथ मिला था। आरोपियों ने कहा कि छजलैट थाना प्रभारी उनकी बात नहीं मानते हैं। लिहाजा उन्हें हटाने के लिए गोकशी की घटनाएं करनी होंगी।
जिला प्रमुख सुमित विश्नोई उर्फ मोनू भी शामिल
आरोपियों ने बातचीत के बाद उसे दो हजार रुपये भी दिए। इसके बाद आरोपी शहाबुद्दीन ने अपने साथी नईम निवासी सिकरी छजलैट को वही रुपये देकर कांवड़ पथ पर गोवंशीय पशु के अवशेष रखवा दिए थे। इस घटना के बाद ही बजरंग दल के जिला प्रमुख सुमित विश्नोई उर्फ मोनू, प्रखंड अध्यक्ष राजीव चौधरी ने साथियों के साथ मिलकर छजलैट थाना प्रभारी को हटाने के लिए कांठ तहसील में विरोध प्रदर्शन किया था। प्रदर्शन के बाद भी कार्रवाई नहीं होने पर आरोपियों ने दोबारा से साजिश रची।
एसएसपी हेमराज मीणा ने बुधवार को पुलिस लाइन में पत्रकारों से बातचीत के दौरान गोकशी की घटनाओं का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि छजलैट थाना क्षेत्र के समदपुर गांव के पास कांवड़ पथ पर 16 जनवरी को गोवंशीय पशु के अवशेष मिले थे। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की थी। इसके बाद 28 जनवरी की रात चेतरामपुर गांव के जंगल में गोकशी की घटना हुई। इस घटना का लाइव वीडियो बनाकर शासन के अधिकारियों के साथ ही डीएम को ट्वीट करके कार्रवाई की मांग की गई। मामले की जानकारी के बाद एसएसपी ने एसपी देहात संदीप कुमार मीना, सीओ कांठ अंकित तिवारी और छजलैट थाना प्रभारी सतेन्द्र शर्मा के नेतृत्व में टीम गठित कर घटना का पर्दाफाश करने के निर्देश दिए।
पुलिस पूछताछ में हुआ खुलासा
पुलिस ने जांच के बाद इस मामले में चेतरामपुर गांव निवासी शहाबुद्दीन को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने बताया कि कांठ थाना क्षेत्र के रसूलपुर छज्जूपुर गांव निवासी सुमित विश्नोई उर्फ मोनू बजरंग दल का जिला प्रमुख है। कुछ दिन पहले वह अपने साथी रमन चौधरी निवासी खानपुर मुजफ्फरपुर छजलैट, राजीव चौधरी निवासी चक पचोकरा छजलैट के साथ मिला था। आरोपियों ने कहा कि छजलैट थाना प्रभारी उनकी बात नहीं मानते हैं। लिहाजा उन्हें हटाने के लिए गोकशी की घटनाएं करनी होंगी।
जिला प्रमुख सुमित विश्नोई उर्फ मोनू भी शामिल
आरोपियों ने बातचीत के बाद उसे दो हजार रुपये भी दिए। इसके बाद आरोपी शहाबुद्दीन ने अपने साथी नईम निवासी सिकरी छजलैट को वही रुपये देकर कांवड़ पथ पर गोवंशीय पशु के अवशेष रखवा दिए थे। इस घटना के बाद ही बजरंग दल के जिला प्रमुख सुमित विश्नोई उर्फ मोनू, प्रखंड अध्यक्ष राजीव चौधरी ने साथियों के साथ मिलकर छजलैट थाना प्रभारी को हटाने के लिए कांठ तहसील में विरोध प्रदर्शन किया था। प्रदर्शन के बाद भी कार्रवाई नहीं होने पर आरोपियों ने दोबारा से साजिश रची।