इधर, सपा के वरिष्ठ नेता आजम खान ने कहा कि 2019 के आम चुनाव से पहले ही नतीजे आने शुरू हो गए हैं। जैसे कर्नाटक में हुआ है। ये तजुर्बा पहला नहीं होगा। इमरजेंसी के बाद का हिन्दुस्तान देखो परिणाम वैसा ही है। उन्हाेंने आगे कहा कि कर्नाटक के चुनाव नतीजों से अंदाजा लगाया जा सकता है कि भाजपा ने जो सीटें जीती हैं उनका भी सच यही है। अगर उनकी भी जांच हो जाए या दोबारा गिनती हो जाए तो जो 100 और 50 से जीती गई सीट हैं उन पर भी जमीन-आसमान का फर्क निकल सकता है।
दरअसल इन नतीजों से दो
चीज सामने आई हैं। एक तो सुप्रीम कोर्ट ने जिस मजबूती का मुजाहरा किया है उससे लोगों का विश्वास जगा है। ये साबित हुआ कि सुप्रीम कोर्ट के चार जजों के बाद जो उंगली उठी थी। उससे कमजोर हुआ। अब ज्यूडिसरी सिस्टम बहुत मजबूत है। अब बहस ये होगी कि एक तरफ देश में संविधान मानने वाले लोग होंगे तो दूसरी तरफ ताकतवर लोग संविधान खत्म करना चाहेेंगे।