जानें क्या है पूरा मामला जानकारी के मुताबिक, पीड़ित किशोरी चार जून को थाना सिविल लाइंस क्षेत्र में लावारिस हालत में मिली थी। जिसके बाद पुलिस ने किशोरी का मेडिकल कराने के बाद उसे बाल कल्याण समिति के सामने पेश कर दिया था। यहां पूछताछ के दौरान पहले तो किशोरी ने कुछ नहीं बताया लेकिन जब बाल कल्याण समिति ने वन स्टाप सेंटर में उसकी काउंसिलिंग कराई तो उसने अपना दर्द सुना दिया। किशारी के मुताबिक, उसके माता-पिता ने रामपुर के इरफान से उसका निकाह कराया था। लेकिन वह उसके साथ आए दिन मारपीट करता था।
यह भी पढ़े – गाजियाबाद के 34 स्कूलों की मान्यता पर छाए संकट के बादल, कहीं आपके बच्चे का स्कूल भी इसमें शामिल तो नहीं? पैसे के लिए बेच दिया पत्नी को पीड़ित किशोरी ने बताया कि उसके पति ने उसे दिल्ली के असलम को तीस हजार रुपये में बेच दिया था। इसके बाद भी उसे कई बार बेच गया। पुलिस इस कहानी को सुलझाने में लगी है। बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष अमित कौशल की तहरीर पर आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके पुराने आरटीओ आफिस निवासी नाजिम को पकड़ लिया है। उससे पूछताछ की जा रही है।
यह भी पढ़े – जिला पंचायत सदस्य की काली करतूत, आवास दिलाने के नाम पर युवती को बनाया हवस का शिकार बाल कल्याण समिति अध्यक्ष ने कहा उधर, बाल कल्याण समिति अध्यक्ष ने बताया कि किशोरी के संबंध में नेपाल के दूतावास में मानव तस्करी के मामले देखने वाले अधिकारी नवीन जोशी से हमारी बात हो गई है। उन्होंने मामले को गंभीरता से लिया है। जल्द ही नेपाली दूतावास की टीम किशोरी के बारे में जानकारी जुटाने के लिए मुरादाबाद आएगी। थाना सिविल लाइंस के निरीक्षक अपराध अभय राज सिंह ने बताया कि किशोरी के बेचने के मामले में आरोपितों के खिलाफ मुकदमा लिख लिया है। आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद ही इस मामले की सच्चाई तक पहुंचा जा सकेगा।