सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि गौतम गांगुली ने सैनिक बलों में 33 साल से अधिक सेवाएं निभाई हैं, जिनमें साल 2015-19 में नेशनल सिक्योरिटी गार्ड्स (एनएसजी) के साथ डेप्यूटेशन पर चार साल शामिल हैं, जबकि वह एनएसजी फोर्स के कमांडर के तौर पर आतंकवाद विरोधी और हाईजैकिंग के साथ निपटते थे। उन्होंने पंजाब, जम्मू और कश्मीर और गुजरात में ऑपरेशन ढांगू सुरक्षा (पठानकोट आईएएफ बेस पर हमला) के एग्ज़ीक्यूशन समेत कई ऑपरेशनल कार्यवाहियां भी कीं। ब्रिगेडियर (सेवामुक्त) गांगुली ने विशेष फोर्स के प्रशिक्षण में महारत हासिल की है और ओक्टोपस एंड ग्रे हाऊंडस (आंध्रप्रदेश और तेलंगाना), टी एन सी एफ (तमिलनाडु), फोर्स वन (मुम्बई), चीतक (गुजरात), कवच (हरियाणा) और उत्तर प्रदेश, झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल और गोवा के ए.टी.एस. के लिए सामथ्र्य बढ़ाने के प्रशिक्षण प्रोग्राम में हिस्सा लिया है।
आतंकवादी कोशिशों का मुकाबला करना है
आतंकवादी कोशिशों का मुकाबला करना है
उनकी विशाल संचालन महारत का एसओजी के ऑपरेशन और प्रशिक्षण, पंजाब की क्रैक-काउन्टर फोर्स को फायदा होगा जिसको बाद में 2017 में उभारा गया था। एस.ओ.जी का मुख्य उद्देश्य पाकिस्तान की तरफ से साल 2016 और 2017 में लक्षित कर किये हत्याकांड के जरिये आतंकवाद को और तेज करने की कोशिशों का मुकाबला करना है जो राज्य में कड़ी मेहनत से हासिल की गई शांति और भाईचारक सांझ को भंग कर रहे थे।
क्या करेंगे
प्रवक्ता ने आगे कहा कि गौतम गांगुली की तरफ से बंधक प्रस्थितियों के साथ निपटने के अलावा ऑपरेशनों और छापों की अगुवाई करने की उम्मीद की जाती है उनके साथ एडीजीपी एसओजी एंड ऑपरेशन और एसओजी के जवान जो सेना की उच्च स्तरीय पैरा बटालियनों से भर्ती किये, चुने गए हैं और साथ ही नौजवान, तंदुरुस्त, मजबूत और सख्त पंजाब पुलिस के कर्मचारी शामिल होंगे। इसके अलावा, ब्रिगेडियर गांगुली को सरहद पार से पैदा हुई स्टेट स्पांसर्ड आतंकवाद द्वारा पेश विभिन्न चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए एसओजी को प्रशिक्षण, लैस और दिशा प्रदान करने की जिम्मेदारी सौंपी जायेगी।
प्रवक्ता ने आगे कहा कि गौतम गांगुली की तरफ से बंधक प्रस्थितियों के साथ निपटने के अलावा ऑपरेशनों और छापों की अगुवाई करने की उम्मीद की जाती है उनके साथ एडीजीपी एसओजी एंड ऑपरेशन और एसओजी के जवान जो सेना की उच्च स्तरीय पैरा बटालियनों से भर्ती किये, चुने गए हैं और साथ ही नौजवान, तंदुरुस्त, मजबूत और सख्त पंजाब पुलिस के कर्मचारी शामिल होंगे। इसके अलावा, ब्रिगेडियर गांगुली को सरहद पार से पैदा हुई स्टेट स्पांसर्ड आतंकवाद द्वारा पेश विभिन्न चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए एसओजी को प्रशिक्षण, लैस और दिशा प्रदान करने की जिम्मेदारी सौंपी जायेगी।
पंजाब पुलिस की अन्य विशेष इकाइयों के प्रशिक्षण में भी शामिल होंगे
प्रवक्ता ने आगे बताया कि नवनियुक्त सुरक्षा सलाहकार, स्टेट आम्र्ड पुलिस बटालियनों, दंगा विरोधी पुलिस और पंजाब पुलिस की अन्य विशेष इकाइयों के प्रशिक्षण में भी शामिल होंगे। वह एस ओ जी द्वारा करवाए गए कामों की निगरानी करेंगे, राज्य पुलिस के बम डिस्पोजल और के9 (कैनाईन) स्क्वॉड को व्यापक और गुणात्मक प्रशिक्षण देने के अलावा हथियारों और उपकरणों का आधुनिकीकरण करेंगे। जिक्रयोग्य है कि पंजाब कैबिनेट ने सोमवार को हुई अपनी मीटिंग में ब्रिगेडियर गांगुली को फिर से नियुक्त करने के लिए डीजीपी के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी थी।
प्रवक्ता ने आगे बताया कि नवनियुक्त सुरक्षा सलाहकार, स्टेट आम्र्ड पुलिस बटालियनों, दंगा विरोधी पुलिस और पंजाब पुलिस की अन्य विशेष इकाइयों के प्रशिक्षण में भी शामिल होंगे। वह एस ओ जी द्वारा करवाए गए कामों की निगरानी करेंगे, राज्य पुलिस के बम डिस्पोजल और के9 (कैनाईन) स्क्वॉड को व्यापक और गुणात्मक प्रशिक्षण देने के अलावा हथियारों और उपकरणों का आधुनिकीकरण करेंगे। जिक्रयोग्य है कि पंजाब कैबिनेट ने सोमवार को हुई अपनी मीटिंग में ब्रिगेडियर गांगुली को फिर से नियुक्त करने के लिए डीजीपी के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी थी।