READ MORE:- Mi Electric Scooter: Xiaomi का यह स्कूटर सिंगल चार्ज में 30 KM तक चलेगा, फोल्ड करके कहीं भी रख सकते है भारत में चाइनीज स्मार्टफोन के लोकप्रिय होने का कारण है कम कीमत में बढ़िया प्रोडक्ट उपलब्ध कराना। हालांकि पिछले साल चीन के खिलाफ विरोध के बीच चीनी कंपनियों को भी नुकसान झेलना पड़ा था। चीनी कंपनियों की बिक्री में गिरावट देखी गई थी लेकिन लोग धीरे-धीरे फिर से चीनी प्रोडक्टस खरीद रहे हैं क्योंकि ये ग्राहकों को फायदा पहुंचा रहे हैं। खासतौर पर स्मार्टफोन्स में बढ़िया प्रोसेसर, कैमरा और स्टोरेज समेत सब कुछ उपलब्ध है।
COUNTERPOINT के आंकड़े
बुधवार को आए कांउटरपोइंट के नतीजे हैरान करने वाले थे। XIAOMI बजट स्मार्टफोन में अपनी जगह बना के रखती थी लेकिन अब फ्लैगशिप स्मार्टफोन में भी xiaomi अपना दम दिखा रही है। xiaomi द्वारा 28.4 फ़ीसदी शिपमेंट इस तिमाही में किया गया। हालांकि इसमें xiaomi के sub ब्रांड POCO की सेल भी शामिल है। Xiaomi द्वारा बिकने वाले इन स्मार्टफोन्स में सबसे अधिक Redmi 9a, Redmi 9 power, Redmi note 10 और Redmi 9 बेचे गए।
बुधवार को आए कांउटरपोइंट के नतीजे हैरान करने वाले थे। XIAOMI बजट स्मार्टफोन में अपनी जगह बना के रखती थी लेकिन अब फ्लैगशिप स्मार्टफोन में भी xiaomi अपना दम दिखा रही है। xiaomi द्वारा 28.4 फ़ीसदी शिपमेंट इस तिमाही में किया गया। हालांकि इसमें xiaomi के sub ब्रांड POCO की सेल भी शामिल है। Xiaomi द्वारा बिकने वाले इन स्मार्टफोन्स में सबसे अधिक Redmi 9a, Redmi 9 power, Redmi note 10 और Redmi 9 बेचे गए।
Samsung की बिक्री
Samsung मात्र एक कंपनी है जो चाइनीज कंपनियों को टक्कर दे रही है। स्मार्टफोन बेचने के मामले में सैमसंग ने 17.7 फ़ीसदी के साथ दूसरे स्थान पर जगह बनाई है। इसके बाद OPPO, VIVO, Real Me जैसी चाइनीज कंपनियों ने बाजी मारी है। Xiaomi ने प्रीमियम स्मार्टफोन्स में भी टक्कर देते हुए अपने नए स्मार्टफोन mi 11 ultra की भी ब्रिकी करी है, जो इस रेंज में 7% हिस्सेदारी में बिका।
Samsung मात्र एक कंपनी है जो चाइनीज कंपनियों को टक्कर दे रही है। स्मार्टफोन बेचने के मामले में सैमसंग ने 17.7 फ़ीसदी के साथ दूसरे स्थान पर जगह बनाई है। इसके बाद OPPO, VIVO, Real Me जैसी चाइनीज कंपनियों ने बाजी मारी है। Xiaomi ने प्रीमियम स्मार्टफोन्स में भी टक्कर देते हुए अपने नए स्मार्टफोन mi 11 ultra की भी ब्रिकी करी है, जो इस रेंज में 7% हिस्सेदारी में बिका।
इन कंपनियों के विरोध के बाद कई तरह की तरकीब इन्होंने निकाली है, जिससे यह भारतीय बाजार में बनी रहें। Xiaomi के भारत में सीईओ मनु कुमार जैन ने भारत की कंपनी बताते हुए कहा कि Xiaomi के सारे प्रोडक्ट भारत में बनाए जाते है जिससे हजारों लोगो को रोजगार मिलता है इसलिए Xiaomi को विदेशी कंपनी नहीं कहा जा सकता।