टिकटॉक के एक प्रवक्ता के हवाले से गुरुवार को जारी इस रिपोर्ट में कहा गया कि हमारे ऊपर जिस तरह के आरोप लगे हैं, उनसे हम सहमत तो नहीं हैं, लेकिन हम एक लंबी कानूनी प्रक्रिया का सहारा लेने के बजाय टिकटॉक कम्युनिटी को एक सुरक्षित और खुशनुमा अनुभव दिलाने के अपने प्रयासों पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं। इससे पहले साल 2019 में टिकटॉक ने कथित बच्चों की गोपनीयता का उल्लंघन के एक मामले का 11 लाख डॉलर का भुगतान कर निपटारा किया था।
पिछले माह टिकटॉक ने भारत से अपना कारोबार समेटने की घोषणा की। बता दें भारत सरकार ने टिकटॉक पर प्रतिबंध लगा रखा है। टिकटॉक ने प्रतिबंध लगने के करीब सात महीने बाद कहा है कि वह देश में 2,000 से अधिक कर्मचारियों की छंटनी करेगा। यह शॉर्ट वीडियो ऐप भारत में सबसे लोकप्रिय ऐप्स में से एक था। बता दें कि भारत सरकार ने गलवान घाटी में भारत-चीन सेनाओं के बीच हुई झड़प के बाद कई चाइनीज ऐप्स पर बैन लगा दिया था।