सिक्येारिटी रिसर्चर राजशेखर ने आईएएनएस को बताया कि गूगल सर्च में व्हाट्सएप यूजर्स के नंबर देखे गए हैं। बता दें कि व्हाट्सएप को मोबाइल के अलावा लैपटॉप और पीसी में भी चलाया जा सकता है। राजशेखर के अनुसार, यूजर्स के ये नंबर व्हाट्सएप वेब के जरिए लीक हुए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, व्हाट्सएप वेब वर्जन यूज कर रहे यूजर्स के कॉन्टैक्ट नंबरों की इंडेक्सिंग की जा रही है। राजशेखर ने कुछ स्क्रीनशॉट्स भी शेयर किए हैं। बता दें कि कई लोग अपने लैपटॉप और पीसी में भी व्हाट्सएप का इस्तेमाल करते हैं।
बता दें कि हाल ही गूगल सर्च में व्हाट्सएप ग्रुप चैट को इंडेक्स किया गया था। ऐसे में कोई भी अनजान व्यक्ति गूगल सर्च कर इन लिंक्स के जरिए व्हाट्सएप ग्रुप्स में घुसपैठ कर सकता था। हालांकि गूगल ने बाद में इन लिंक्स को हटा दिया था। वहीं व्हाट्सएप ने एक बयान जारी करते हुए कहा था कि मार्च 2020 से व्हाट्सएप ने सभी डीप लिंस पेजेज पर नो इंडेक्स टैग लगा दिया था, जिसके चलते गूगल उन्हें इंडेक्स नहीं कर सकता था। कंपने ने गूगल को यह फीडबैक दिया था कि वो इन चैट्स को इंडेक्स न करें।
बता दें कि व्हाट्सएप ने 5 जनवरी को नई प्राइवेसी पॉलिसी को यूजर्स के बीच रोल आउट किया था। अब विरोध और कंफ्यूजन को देखते हुए कंपनी ने एक स्टेटमेंट जारी किया है। इस स्टेटमेंट में कहा गया है कि हम अपनी प्राइवेसी पॉलिसी एक्सेप्ट करने की डेट को हटा रहे हैं। पॉलिसी को एक्सेप्ट और रिव्यू करने की तारीख अब 8 फरवरी से आगे की जा रही है। वे अब 15 मई तक इसे प्राइवेसी पॉलिसी को एक्सेप्ट कर सकते हैं। किसी भी यूजर का अकाउंट 8 फरवरी के बाद डिलीट नहीं होगा। साथ ही व्हाट्सएप का कहना है कि पॉलिसी अपडेट को लेकर यूजर्स के बीच कई अफवाहें भी हैं। कंपनी चाहती है कि यूजर, पॉलिसी को रिव्यू करने के लिए उचित समय लें।