फिशिंग अटैक
बता दें कि वर्तमान समय में फिशिंग अटैक यानि धोखाधड़ी ज्यादा बढ़ गई है। इसमें साइबर क्रिमिनल्स ई—मेल के जरिए लोगों के साथ फर्जीवाड़ा करते हैं। लोग इनके जाल में फंसकर अपनी निजी जानकारियां जैसे पासवर्ड या क्रेडिट कार्ड नंबर समेत अन्य अहम जानकारियां दे देते हैं और फिशिंग अटैकर्स इसका दुरुपयोग करते हैं। इससे कैसे बचा जाए, आज हम आपको इसके बारे में बता रहे हैं।
बता दें कि वर्तमान समय में फिशिंग अटैक यानि धोखाधड़ी ज्यादा बढ़ गई है। इसमें साइबर क्रिमिनल्स ई—मेल के जरिए लोगों के साथ फर्जीवाड़ा करते हैं। लोग इनके जाल में फंसकर अपनी निजी जानकारियां जैसे पासवर्ड या क्रेडिट कार्ड नंबर समेत अन्य अहम जानकारियां दे देते हैं और फिशिंग अटैकर्स इसका दुरुपयोग करते हैं। इससे कैसे बचा जाए, आज हम आपको इसके बारे में बता रहे हैं।
डायरेक्ट मैसेज
इंस्टाग्राम पर कई लोगों के साथ डायरेक्ट मैसेज के जरिए धोखाधड़ी हो चुकी है। फिशिंग अटैकर्स या साइबर क्रिमिनल्स लोगों को डायरेक्ट मैसेज का लिंक भेजते हैं। जैसे ही यूजर्स इस लिंक पर क्लिक करते हैं तो उनके साथ धोखाधड़ी हो जाती है। ऐसे मैसेज इंस्टाग्राम की तरफ से आने वाले आधिकारिक कम्यूनिकेशन की तरह लगते हैं। ऐसे में लोग इन पर क्लिक कर देते हैं। इसके बाद वे अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर से अपना कंट्रोल खो देते हैं। अगर आपको भी इस तरह का कोई मैसेज मिले और आपको उसमें कुछ संदेहास्पद लगे तो उस लिंक पर क्लिक करने से बचें।
इंस्टाग्राम पर कई लोगों के साथ डायरेक्ट मैसेज के जरिए धोखाधड़ी हो चुकी है। फिशिंग अटैकर्स या साइबर क्रिमिनल्स लोगों को डायरेक्ट मैसेज का लिंक भेजते हैं। जैसे ही यूजर्स इस लिंक पर क्लिक करते हैं तो उनके साथ धोखाधड़ी हो जाती है। ऐसे मैसेज इंस्टाग्राम की तरफ से आने वाले आधिकारिक कम्यूनिकेशन की तरह लगते हैं। ऐसे में लोग इन पर क्लिक कर देते हैं। इसके बाद वे अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर से अपना कंट्रोल खो देते हैं। अगर आपको भी इस तरह का कोई मैसेज मिले और आपको उसमें कुछ संदेहास्पद लगे तो उस लिंक पर क्लिक करने से बचें।
इंस्टाग्राम डायरेक्ट कम्यूनिकेट नहीं करता
एक बात का ध्यान और रखना चाहिए कि इंस्टाग्राम किसी भी यूजर के साथ डायरेक्ट कम्यूनिकेट नहीं करता। इंस्टाग्राम की तरफ से होने वाले सभी कॉन्टैक्ट ईमेल के जरिये होते हैं, जिसकी पुष्टि ऐप में जाकर सेटिंग्स, सिक्योरिटी, इंस्टाग्राम की तरफ से आए ईमेल से की जा सकती है।
एक बात का ध्यान और रखना चाहिए कि इंस्टाग्राम किसी भी यूजर के साथ डायरेक्ट कम्यूनिकेट नहीं करता। इंस्टाग्राम की तरफ से होने वाले सभी कॉन्टैक्ट ईमेल के जरिये होते हैं, जिसकी पुष्टि ऐप में जाकर सेटिंग्स, सिक्योरिटी, इंस्टाग्राम की तरफ से आए ईमेल से की जा सकती है।
टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन
अपने इंस्टाग्राम अकाउंट को सिक्योर रखने के लिए टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन को एक्टिवेट रखें। इससे आपका इंस्टाग्राम अकाउंट सिक्योर रहेगा। इससे अगर किसी को आपके पासवर्ड की जानकारी भी हो गई तो वह उसे यूज नहीं कर पाएगा। टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन एसएमएस से भेजे गए कोड से किया जा सकता है या फिर थर्ड-पार्टी ऐप्लिकेशन यामी ड्युओ मोबाइल या गूगल ऑथिंटिकेटर से भी किया जा सकता है।
अपने इंस्टाग्राम अकाउंट को सिक्योर रखने के लिए टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन को एक्टिवेट रखें। इससे आपका इंस्टाग्राम अकाउंट सिक्योर रहेगा। इससे अगर किसी को आपके पासवर्ड की जानकारी भी हो गई तो वह उसे यूज नहीं कर पाएगा। टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन एसएमएस से भेजे गए कोड से किया जा सकता है या फिर थर्ड-पार्टी ऐप्लिकेशन यामी ड्युओ मोबाइल या गूगल ऑथिंटिकेटर से भी किया जा सकता है।
स्ट्रॉन्ग पासवर्ड
कमजोर पासवर्ड को हैकर्स आसानी से हैक कर सकते हैं। ऐसे में जरूरी है कि आप अपने इंस्टाग्राम अकाउंट का स्ट्रॉन्ग पासवर्ड चुनें। इस पासवर्ड में अल्फाबेट, नंबर और स्पेशल कैरेक्टर्स को शामिल करें हों। आप अगर अपना पासवर्ड इस तरह से बनाएंगे तो उसे हैक करना मुश्किल होगा। साथ ही उन लोगों के साथ अपने पासवर्ड कभी भी शेयर नहीं करना चाहिए, जिनपर आपको भरोसा न हो।
कमजोर पासवर्ड को हैकर्स आसानी से हैक कर सकते हैं। ऐसे में जरूरी है कि आप अपने इंस्टाग्राम अकाउंट का स्ट्रॉन्ग पासवर्ड चुनें। इस पासवर्ड में अल्फाबेट, नंबर और स्पेशल कैरेक्टर्स को शामिल करें हों। आप अगर अपना पासवर्ड इस तरह से बनाएंगे तो उसे हैक करना मुश्किल होगा। साथ ही उन लोगों के साथ अपने पासवर्ड कभी भी शेयर नहीं करना चाहिए, जिनपर आपको भरोसा न हो।