यह फीचर हमारे पिक्सेल फोल्ड पर गूगल के सामान्य जेनरेटिव एआई सिम्बल के साथ “फिक्स इट” प्रॉम्प्ट के रूप में दिखाई दिया। फिर एक पॉप-अप यह समझाता है कि अगर आप फीचर का इस्तेमाल करते हैं तो प्रोसेसिंग के लिए गूगल को भेजे जाने वाले टेक्स्ट के साथ प्रूफरीडिंग कैसे काम करती है। पॉप-अप मैसेज में लिखा है, “जिस टेक्स्ट को प्रूफरीड किया गया है उसे गूगल को भेजा जाएगा और ग्रामर और राइटिंग सजेशन बनाने के लिए अस्थायी रूप से संसाधित किया जाएगा।”
यूजर्स इस फीचर का उपयोग तभी कर पाएंगे जब वे इन नियमों और शर्तों को स्वीकार करेंगे। जीबोर्ड के टूलबार में “प्रूफरीड” टैप करने से यूजर्स के टेक्स्ट को संसाधित किया जाता है और स्पेलिंग और ग्रामर करेक्शन जैसे पंक्चुएशन के लिए सजेशन दिए जाते हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस बीच, “फिक्स” बटन सजेशन्स के साथ दिखाई देगा और क्लिक करने पर ऑटोमेटिक रूप से खामियां ठीक हो जाएंगी।
इस बीच, गूगल ने अपने एंड्रॉइड ब्रांड को एक नया बदलाव देने की घोषणा की है, जिसमें सभी लोअरकेस लेटर्स के बजाय कैपिटल ए के साथ “एंड्रॉइड” को अपनाया गया है और बग ड्रॉइड लोगो को 3डी अवतार में अपडेट किया गया है। “एंड्रॉइड” के लोअरकेस स्टाइलिजेशन से दूर जाने के अलावा, कंपनी “ए” को बड़ा कर एंड्रॉइड लोगो को ऊंचा कर रही है, जो गूगल के लोगो के बगल में रखे जाने पर इसकी उपस्थिति में और अधिक वजन जोड़ती है। कंपनी ने कहा, हालांकि हमने एंड्रॉइड में अधिक कव्र्स और पर्सनालिटी यूनिक जोड़े हैं, नया एंड्रॉइड स्टाइलाइजेशन गूगल के लोगो को अधिक बारीकी से प्रतिबिंबित करता है और दोनों के बीच संतुलन बनाता है।
-आईएएनएस