यह भी पढ़े़ं: अब Instagram के इस फीचर की मदद से जान पाएंगे आपका कौन सा दोस्त है ऑनलाइन मीडिया रिपोर्ट की मान तो, इस सेटेलाइट के लिए कंपनी ने यूएस फेडरल कम्यूनिकेशन कमीशन (एफसीसी) में प्वॉइंट व्यू टेक एलएलसी के नाम से अर्जी दाखिल की गई है। फेसबुक के इस तकनीक को इस लिए विकसित किया जा रहा है क्योंकि दुनिया भर में जहां भी इंटरनेट एक्सेस की सुविधा अभी नहीं पहुंच पाई है, उन क्षेत्रों में इस प्रोजेक्ट के तहत इंटरनेट मुहैया कराया जाए।
कंपनी के अनुसार इस प्रोजेक्ट से इंटरनेट से वंचित करोड़ों लोगों को जोड़ा जा सकता है। हालंकि इससे पहले इसी तरह के दो प्रोजेक्ट्स में फेसबुक को कोई बड़ी सफलता नहीं मिली है। इसी साल जून में फेसबुक ने घोषणा की थी कि वह अपने सोलर पावर से चलने वाले ड्रोन अकिला के उत्पादन को बंद करेगा। अकिला के जरिए कंपनी दूर-दराज इलाकों में इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध कराने वाली थी।
आपको बता दें, इस प्रोजेक्ट पर काम करने वाली फेसबुक अकेली कंपनी नहीं है। टेस्ला कंपनी के फाउंडर इलोन मस्क भी स्पेस एक्स और वन वेब भी इसी तरह के प्रोजेक्ट पर काम कर रही है। वहीं, फेसबुक भी आए दिनों अपने प्लेेटफॉर्म पर कई बदलाव करते रही है जिससे वह अपने यूज़र्स को आकर्षित कर सके। इस तरह कंपनी ने हाल में ही सुनाही यादों का आनंद लेने के लिए अपने प्लेटफॉर्म पर एक फीचर जोड़ा था। दरअसल, फेसबुक ने मेमोरीज़ नाम से एक डेडिकेटिक
पेज पेश किया था जिसके जरिए यूज़र अपने दोस्तों और परिवार के साथ फेसबुक पर साझा की गई यादों को एक जगह दे सकते हैं।