FaceApp एक Russian ऐप है जिसे साल 2017 में लॉन्च किया गया था। इस ऐप में दिया गया फिलटर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ( AI ) टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर यूजर्स की तस्वीरों को बदल देता है। लेकिन यूजर्स की प्राइवेसी को लेकर उठ रहे सवालों पर कंपनी ने अभी तक कोई जवाब नहीं दिया है। इस ऐप की प्राइवेसी पॉलिसी का कहना है कि हमारी सर्विस ऑटोमैटिकली कुछ लॉग फाइल इनफॉर्मेशन रिकॉर्ड करती है। इनमें यूजर्स का वेब रिक्वेस्ट, आईपी अड्रेस, ब्राउजर टाइप, यूआरएल और इस्तेमाल करने की जानकारी शामिल है। हालांकि कंपनी ने अपनी पॉलिसी में यह जानकारी दी है कि यह यूजर्स के इजाजत के बिना उनका डाटा ना तो रेंट पर देगी और ना ही बेचेगी।
इस नए वर्जन की जानकारी Elliot Alderson नामक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करके दी गई है। बता दें Elliot Alderson टेक्नोलॉजी से जुड़ी नई ख़बरें और खुलासे को लेकर अधिकतर सुर्खियों में रहते हैं। इससे पहले भी उन्होंने बाबा राम देव के Kimbho ऐप को लेकर यह जानकारी दी थी कि यह पहले से मौजूद किसी ऐप का नाम बदला हुआ वर्जन है, जो यूजर्स के मैसेज को सुरक्षित रखने में भी कामयाब नहीं है। साथ ही यह आधार कार्ड ( aadhaar card ) की लीक खबरों को लेकर भी ट्वीट करते रहते हैं।