उन्होंने कहा कि लद्दाख में जारी तनाव के लिए चीन जिम्मेदार है और बीजिंग भारत पर सैन्य दबाव डाल रहा है। एस्पर ने कहा कि भारतीय नागरिक हर दिन हिमालयी क्षेत्र में चीन के आक्रामक व्यवहार का सामना कर रहे हैं।
चीन की गीदड़भभकी, कहा- भारत ने ताइवान का मुद्दा उठाया तो हम भड़काएंगे अलगाववादियों का विद्रोह
एस्पर ने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि वास्तविक नियंत्रण रेखा ( LAC ) पर भारतीय नागरिक चीनी आक्रामकता का सामना हर दिन कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा चीन लगातार इस क्षेत्र के बाकी देशों के साथ भी इसी तरह का व्यवहार कर रहा है। कई जगहों पर खुलेआम दिख रहा है।
एस्पर ने कहा कि चीन कई छोटे देशों पर राजनीतिक, कूटनीतिक व सैन्य दवाब डाल रहे हैं ताकि उसके सामने झुक जाएं। वहीं भारत में भी सैन्य दबाव बनाने की कोशिश लगातार की जा रही है।
एलएसी पर 60 हजार से अधिक चीनी सैनिक तैनात
आपको बता दें कि इससे पहले अमरीकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने एक बड़ा बयान देते हुए कहा था कि चीन ने वास्तविक नियंत्रण रेखा पर 60 हजार से अधिक सैनिकों की तैनाती कर रखा है। पोम्पियो ने एलएसी पर खराब हो रहे हालात के लिए चीन को जिम्मेदार बताया है। उन्होंने अपील की है कि सीमा पर शांति बहाली के प्रयास किए जाए।
एस्पर ने कहा कि वे और विदेश मंत्री पोम्पियो ( Mike Pompeo ) अगले सप्ताह भारत आएंगे, जहां 2+2 वार्ता में भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र में इस सदी में निश्चित रूप से भारत अमरीका का सबसे महत्वपूर्ण पार्टनर है।
LAC पर चीन ने की जंग की शुरूआत! भारतीय सीमा के करीब कई मिसाइलें दागकर जारी किया वीडियो
एस्पर ने कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र हैं। भारत एक सक्षम देश है और यहां के लोग काफी प्रतिभावान हैं। बता दें कि भारत और चीन के बीच LAC पर बीते कई महीनों से तनाव जारी है। भारत-चीन के बीच सैन्य स्तर पर कई दौर की बातचीत हो चुकी है, लेकिन इसके बावजूद भी कोई परिणाम नहीं निकल सका है। चीन अपने जिद्द पर अड़ा है।
बीते दिनों एक रिपोर्ट सामने आई थी, जिसमें ये कहा गया था कि चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी (PLA) को जंग की तैयारी करने के आदेश दिए हैं। इसके बाद PLA ने लद्दाख के करीब युद्दाभ्यास किया था। इसका एक वीडियो भी सामने आया था।