UN की रिपोर्ट में दावा, कोरोना महामारी ने साइबर क्राइम को बढ़ाया राजदूत कैली क्राफ्ट ने गुरुवार को कहा कि संयुक्त राष्ट्र को उम्मीद है कि रूस और चीन शांति के महत्व को पहचान सकेंगे। वे आतंकवाद के नंबर एक प्रायोजक के सहायक नहीं बनेंगे।
उन्होंने कहा कि रूस और चीन की रणनीति स्पष्ट है। वह ईरान का समर्थन अराजकता बढ़ाने और संघर्ष को हवा देने के लिए कर रहे हैं। ऐसे में हमें उन्हें अलग-थलग करना होगा। गौरतलब है कि अमरीका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ (Mike Pompeo) ने बीते बुधवार को ऐलान किया था कि उनका देश ईरान पर अनिश्चितकाल के लिए हथियार प्रतिबंध लगाएगा। इसके लिए अगले हफ्ते मतदान (voting) कराने की अपील करेगा। ईरान पर हथियार प्रतिबंध की अवधि 18 अक्टूबर को समाप्त होने वाली है।
ईरान में अमरीका के शीर्ष राजदूत ने इस घोषणा के बाद इस्तीफा दे दिया है। रूस और चीन के विदेश मंत्रियों ने गत माह संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस और सुरक्षा परिषद को अलग-अलग शिकायती पत्र अमरीका की कोशिशों की तीखी आलोचना की है। उन्होंने संकेत दिया है कि अगर इस प्रस्ताव को 15 सदस्यीय परिषद में न्यूनतम नौ मत मिल जाते हैं तो वे इस पर वीटो कर करेंगे।