रिपोर्ट में बताया गया है कि पृथ्वी पर रहने वाले अलग-अलग रेपटाइल जैसे मगरमच्छ से लेकर छिपकली और सांप के प्राईवेट पार्ट भी अलग-अलग तरह के होते हैं। धरती पर मौजूद कुछ रेपटाइल के प्राईवेट पार्ट काफी नुकीले और कांटेदार होते हैं तो वहीं कुछ प्रजातियों के प्राईवेट पार्ट की संख्या एक से ज़्यादा होती है। दो प्राईवेट पार्ट वाले सांपों और छिपकलियों के अंगों को हेमीफेनिस के नाम से जाना जाता है।
रेपटाइल पर स्टडी करने वाले वैज्ञानिकों ने बताया कि अभी तक ज़्यादातर स्टडी नर जीवों के प्राईवेट पार्ट्स को लेकर ही किए गए थे। लेकिन जब उन्होंने मादा जीवों के ऊपर अध्ययन किया तो उनके होश उड़ गए। वैज्ञानिकों ने स्टडी में देखा कि कुछ मादा रेपटाइल के प्राईवेट पार्ट शरीर के अंदर भी पाए जाते हैं। इतना ही नहीं हूबहू छिपकली जैसा दिखने वाला टुआटारा जीव के पास किसी भी प्रकार का कोई भी प्राईवेट पार्ट नहीं होता है।
सिडनी यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिक क्रिस्टोफर फ्रीजेन की मानें तो दो प्राईवेट पार्ट वाले मादा जीवों के साथ संबंध बनाने में नर जीवों के लिए बेहतर होता होगा। उन्होंने इस बात पर काफी गौर देते हुए कहा है कि दो प्राईवेट पार्ट वाले मादा जीवों के साथ संबंध बनाना नर जीवों के लिए काफी फायदेमंद सिद्ध होता होगा। रेपटाइल को लेकर हुए इन स्टडी ने एक बार फिर से जीव विज्ञान को नया चैप्टर दे दिया है।