बलूच रिपब्लिकन पार्टी के केंद्रीय प्रवक्ता शेर मोहम्मद बुगती ने कहा है कि बलोच लोगों के लापता होने के मामलों में दिन पर दिन बढ़ोतरी हो रही है। कॉलेज और विश्वविद्यालय के बलूच छात्र पाकिस्तान सेना के निशाने पर हैं। उन्होंने कहा कि जो भी लोग इन अमानवीय अत्याचारों का विरोध करते हैं, वे पाकिस्तान के सशस्त्र बलों द्वारा या तो मार दिए जाते हैं या गायब कर दिए जाते हैं। गायब होने की घटनाओं का खुलासा करते हुए बुगती ने कहा कि हाल ही में उनके भाई और पिता का अपहरण कर लिया गया था। बुगती ने यह भी कहा कि बलूचिस्तान में लागू लापता होने के खिलाफ लंदन में 10 डाउनिंग स्ट्रीट पर इसी तरह के प्रदर्शन आयोजित किए गए थे और पीड़ितों के परिवारों के साथ एकजुटता दिखाई गई थी। उन्होंने कहा, “बीआरपी हर मंच पर बलूचिस्तान में अवैध अपहरण के खिलाफ आवाज उठाना जारी रखेगा।”
जर्मनी में प्रदर्शन को संबोधित करते हुए बीआरपी जर्मनी के अध्यक्ष जवाद मोहम्मद बलूच ने कहा कि अल्पसंख्यकों को न केवल बलूचिस्तान बल्कि पूरे पाकिस्तान में लक्षित किया जा रहा था। उन्होंने कहा कि बलूच लोगों को पिछले 70 सालों से पाकिस्तानी सेना के अत्याचारों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने दावा किया कि बलूचिस्तान में अपहरण में हालिया बढ़ोतरी में पाकिस्तान सेना ने हजारों बलूच लोगों को हिरासत में लिया है। उन्होंने आगे कहा कि बीआरपी हर संभव मंच पर राज्य सेना द्वारा अपहरण, सैन्य संचालन और अन्य अत्याचारों सहित बलूच लोगों की दुर्दशा के बारे में जागरूकता बढ़ाएगा। उधर लंदन में प्रदर्शन को संबोधित करते हुए बीआरपी के केंद्रीय नेता मंसूर बलूच ने कहा कि बलूचिस्तान में मानवाधिकार की स्थिति दिन पर दिन खराब हो रही है। उन्होंने कहा कि बलूचिस्तान में कोई कानून नहीं रह गया है। सभी नागरिक राज्य एजेंसियों की कृपा पर निर्भर हैं। उन्होंने जिसका चाहे उसका अपहरण कर लिया, फिरौती मांगी या उन्हें मार डाला। राज्य की एजेंसियों के इस काम से हजारों बलूच लोगों को पीड़ित किया गया है।”