बर्कले में कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी और वाशिंगटन सेंटर फॉर इक्विटेबल ग्रोथ के शोध के मुताबिक गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी की 14 फीसदी, नेत्र रोग विशेषज्ञों की 9 फीसदी और ऑन्कोलॉजिस्ट की 16 फीसदी कीमतें बढ़ीं। ये कीमतें तब बढ़ीं जहां निजी इक्विटी-स्वामित्व वाली प्रैक्टिस ने बाजार के बड़े हिस्से को नियंत्रित किया। अध्ययन में पाया गया कि 2012 में ऐसे शहरों की संख्या ना के बराबर थी, जहां निजी इक्विटी फर्मों का आधे से अधिक बाजार पर नियंत्रण था, लेकिन 2021 में ऐसे शहर 50 से ज्यादा हो गए।
अध्ययन के लेखकों ने संघीय नियामकों से चिकित्सा समूहों में निजी फर्मों के निवेश के प्रभाव का बारीकी से अध्ययन करने का आग्रह किया है। इनका कहना है कि इसमें निजी इक्विटी अधिग्रहण संघीय अनुमति के बिना हुए हैं, जिनकी जांच की जानी चाहिए।
निजी इक्विटी समूह अमरीकन इन्वेस्टमेंट काउंसिल के अध्यक्ष ड्रू मैलोनी का कहना है कि निजी इक्विटी निवेश से रोगी की बेहतर चिकित्सा और उच्च गुणवत्ता वाली सुविधाएं मिलती हैं। अनुभवी टीम, मजबूत नेटवर्क और उच्च तकनीक के कारण रोगी को अच्छा उपचार मिलता है।