scriptब्रेक्सिट के नए समझौते को पारित कराने के लिए संसद में फिर से प्रयास करेंगे पीएम बोरिस जॉनसन | PM Boris Johnson will try again in Parliament to pass new Brexit agreement | Patrika News
विश्‍व की अन्‍य खबरें

ब्रेक्सिट के नए समझौते को पारित कराने के लिए संसद में फिर से प्रयास करेंगे पीएम बोरिस जॉनसन

ब्रिटेन और यूरोपीय यूनियन में ब्रेक्सिट पर सहमति बन गई है
यूरोपीय यूनियन से ब्रिटेन के अलग होने की तारीख 31 अक्टूबर है

Oct 21, 2019 / 10:06 pm

Anil Kumar

boris.jpg

लंदन। ब्रेक्सिट को लेकर ब्रिटने में मचे सियासी घमासान के बीच प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने यूरोपीय यूनियन के साथ समझौते का एलान किया, लेकिन अब इस समझौते को संसद में पारित कराना टेढ़ी खीर साबित हो रहा है।

ब्रिटिश पार्लियामेंट ने ब्रेक्सिट समझौते को लेकर बोरिस जॉनसन का समर्थन नहीं किया। अब सोमवार को एक बार फिर से ब्रेक्जिट समझौते के अंतर्गत सार्थक वोट पाने के लिए सरकार दूसरा प्रयास करेगी।

ब्रेक्सिट पर EU और ब्रिटेन में बनी सहमति, पीएम बोरिस जॉनसन ने किया ऐलान

इसके तहत मौजूदा सांसद के पास सैद्धांतिक रूप से प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के ब्रेक्जिट समझौते को स्वीकार करने या विरोध करने का विकल्प होगा।

बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, पार्लियामेंट स्पीकर जॉन बेरकाऊ मतदान की इजाजत देंगे या नहीं, यह अभी स्पष्ट नहीं है। आशंका है कि वह एक ही मामले पर दो बार बहस करने के आधार पर इसे खारिज कर सकते हैं।

boris_jhonson.jpg

शनिवार को ब्रेक्सिट में देरी के पक्ष में सांसदों ने मतदान किया था

बता दें कि इससे पहले शनिवार को हाउस ऑफ कॉमंस में ऐतिहासिक सत्र में सांसदों ने जरूरी कानून पारित हो जाने तक जॉनसन के समझौते में देरी के लिए एक संशोधन के पक्ष में मतदान किया था।

कंजर्वेटिव के सांसद ओलिवर लेटविन ने यह संशोधन पेश किया था, जिसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि जॉनसन को बेन एक्ट के शर्तो को मानना होगा। इस संशोधन को सांसदों ने पिछले माह पारित किया था, जिसके अंतर्गत प्रधानमंत्री को ब्रेक्जिट विस्तार की अनुमति लेनी होगी।

ब्रिटेन से अलग होने को लेकर स्कॉटलैंड में उठी आजादी की मांग, पीएम जॉनसन ने जनमत संग्रह की मांग ठुकराई

डॉउनिंग स्ट्रीट ने एक बयान में कहा, ‘लेटविन के विलंब संशोधन ने शनिवार को मतों को अर्थहीन मतों में तब्दील कर दिया और सांसदों व लोगों की ओर से अनिश्चितता समाप्त करने के मौके को गंवा दिया।’

सरकार सोमवार को कॉमंस के सत्र के दौरान ब्रेक्जिट समझौते को लागू करने के लिए एक कानून-विदड्रॉल एग्रीमेंट बिल पेश करने की योजना बना रही है। मालूम हो कि 31 अक्टूबर को ब्रिटेन यूरोपीय यूनियन से अलग हो जाएगा।

Read the Latest World News on Patrika.com. पढ़ें सबसे पहले World News in Hindi पत्रिका डॉट कॉम पर. विश्व से जुड़ी Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Facebook पर Like करें, Follow करें Twitter पर.

Hindi News / world / Miscellenous World / ब्रेक्सिट के नए समझौते को पारित कराने के लिए संसद में फिर से प्रयास करेंगे पीएम बोरिस जॉनसन

ट्रेंडिंग वीडियो