पोम्पियो ने हाल ही में पीएम मोदी को लोकसभा चुनाव में जीत की बधाई देते हुए ‘मोदी है तो मुमकिन’ वाला नारा बोलकर सबको चकित कर दिया। ऐसे में उम्मीद लगाई जा रही है कि इस कार्यकाल में मोदी सरकार से अमरीका का विशेष जुड़ाव देखने को मिलेगा।
पोम्पियो की भारत से चर्चा होगी
आतंकवाद, अफगानिस्तान , इंडो-पैसिफिक, ईरान व्यापार के मुद्दे और बढ़ते द्विपक्षीय रक्षा संबंध को लेकर बुधवार को अमरीकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो भारत से चर्चा करेंगे। पोम्पियो की विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ दोपहर के भोजन के बाद बैठक होनी है। पोम्पियो जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए ओसाका रवाना होने से पहले पीएम नरेंद्र मोदी से एक बार और मुलाकात कर सकते हैं ।
अमरीकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो का भारत दौरा आज, पीएम मोदी और विदेश मंत्री जयशंकर से होगी मुलाकात
जी-20 शिखर सम्मेलन
जी-20 शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी और अमरीकी राष्ट्रपति ट्रंप की मुलाकात होगी। इससे पहले पोम्पियो यहां सम्मेलन में चर्चा होने वाले अहम मद्दोें की रूपरेखा तैयार करेंगे। गौरतलब है कि इस बार सम्मेलन में ईरान का मुद्दा छाए रहने की उम्मीद है। भारत ने ईरान से तेल लेना बंद कर दिया है। ऐसे में ईरान संकट को खत्म करने के लिए विस्तार से चर्चा होगी।
मोदी सरकार पाकिस्तान को अलग-थलग करने की रणनीति पर चल रही है। जी-20 सम्मेलन से पहले पाकिस्तान के मसले पर पोम्पियो से बातचीत कर मोदी अपनी रणनीति पर चर्चा करेंगे। भारत और अमरीका दोनों का मत है कि पाकिस्तान तय समय में अपने यहां पनप रहे आतंकवाद का खात्मा करे।
भारत की सीमा पर चीन और पाकिस्तान दोनों पड़ोसी देश बड़ा खतरा हैं। भारत रूस से एस-400 मिसाइल प्रणाली हासिल करना चाहता है। वहीं अमरीका इस समझौते के खिलाफ है। उसका कहना है कि रूस के बजाय भारत को अमरीका से आधुनिक हथियारों की मदद लेनी चाहिए। ऐसे में भारत रूस के साथ हुए समझौते को आगे बढ़ाने की कोशिश करेगा।