संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि जमाल खशोगी की हत्या के विश्वसनीय सबूत उनके पास है जो साफ-साफ दर्शाते हैं कि खशोगी की हत्या के पीछे सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ( Saudi Crown Prince mohammed bin salman ) का हाथ है।
संयुक्त राष्ट्र के विशेषज्ञों का कहना है कि इस हत्याकांड मामले की जांच के लिए संयुक्त राष्ट्र को अंतर्राष्ट्रीय जांच शुरू करनी चाहिए।
संयुक्त राष्ट्र ( united nation ) के स्पेशल रैपॉर्टेरिज्म एग्नेस कॉलमार्ड ने इस हत्याकांड मामले में बुधवार को अपनी जांच रिपोर्ट जारी की है।
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जांच रिपोर्ट में हत्या के विश्वसनीय सबूत
एग्नेस कॉलमार्ड ने अपनी जांच रिपोर्ट में खशोगी की हत्या के विश्वसनीय सबूत होने का दावा किया है। उन्होंने कहा कि उच्च-स्तरीय सऊदी अधिकारियों ने ‘पूर्व-निर्धारित’ तरीके से हत्या को अंजाम दिया है।
कॉलमार्ड ने अपनी छह महीने की जांच के आधार पर जो रिपोर्ट तैयार की है उसमें कहा है कि खशोगी की जानबूझकर, पूर्व नियोजित और असाधारण तरीके से हत्या की गई है। इसके लिए सऊदी अरब अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कानून के तहत जिम्मेदार है।
जांच रिपोर्ट में जोर देकर कॉलमार्ड ने कहा है कि भले ही हत्या के दोषी को लेकर कोई निष्कर्ष नहीं है, लेकिन क्राउन प्रिंस पर प्रतिबंध लगना चाहिए।
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रियाद ने नहीं दी है अब तक कोई प्रतिक्रिया
संयुक्त राष्ट्र की ओर से जारी इस रिपोर्ट पर अभी तक सऊदी की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि सऊदी अरब हमेशा से जमाल खशोगी की हत्या में प्रिंस सलमान के शामिल होने से इनकार करता रहा है।
इस जांच रिपोर्ट को अब संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के समक्ष 26 जून को पेश की जाएगी। इस परिषद में 47 सदस्य हैं जिनमें सऊदी अरब भी शामिल है।
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जमाल खशोगी की हत्या में सऊदी प्रिंस का हाथ: CIA
CIA ने कहा था कि जमाल खशोगी की हत्या के पीछे सऊदी प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान का हाथ है। CIA ने यह भी कहा था कि खशोगी की हत्या के लिए सलमान ने ही आदेश दिया था और इसके पर्याप्त सबूत उनके पास है।
बता दें कि बीते साल अक्तूबर में इस्तांबुल स्थित सऊदी वाणिज्य दूतावास में जमाल खशोगी की हत्या कर दी गई थी। खशोगी की मंगेतर ने कहा है कि सऊदी ने उनसे अभी तक संपर्क नहीं किया है। खशोगी वाशिंगटन पोस्ट के लिए लेख व स्तंभ लिखते थे। अपने स्तंभ व लेख में वह खशोगी सऊदी प्रिंस व शासन व्यवस्था की आलोचना करते थे।
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तुर्की ने भी सऊदी को ठहराया था जिम्मेदार
तुर्की ने भी खशोगी की हत्या के लिए सऊदी अरब को जिम्मेदार ठहराया था। तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप एर्दोगन ( Recep Tayyip Erdogan ) ने जमाल खशोगी की हत्या को लेकर एक खुलासा किया था। उन्होंने कहा था कि खशोगी की हत्या मामले में उनके पास ऑडियो टेप है। इस टेप में एक हत्यारे ने कहा है, ‘मुझे पता है कैसे काटना है।’
तुर्की ने यह ऑडियो अमरीका और यूरोपियन अधिकारियों के साथ साझा की थी। एर्दोगन ने रियाद की भी आलोचना करते हुए कहा था कि इस्तांबुल में सऊदी वाणिज्य दूतावास में खशोगी की हत्या कैसे हुई।
खशोगी अपनी मंगेतर से शादी करने वाले थे और इसी के लिए वह दस्तावेज लेने दूतावास गए थे।
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