अपने संदेशों में खशोगी ने कहा था कि प्रिंस अपने रास्ते में आने वाले किसी भी शख्स को बर्बाद कर सकता है। यहां तक कि अपने समर्थकों को भी। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार- खाशोगी ने मोंट्रियल के कार्यकर्ता उमर अब्दुल अजीज को मैसेज भेजे थे।
रिपोर्ट के अनुसार- अजीज की ओर से शेयर किए ए संदेशों में वॉयस रिकॉर्डिग, तस्वीरें, वीडियो शामिल हैं। इसके साथ उन्होंने एक व्यक्ति की पेंट हुई तस्वीर भी साझा की है, जो क्राउन प्रिंस की बदमिजाजी से संकट में दिखाई दे रहा है।
खाशोगी ने मई माह में भेजे अपने एक मैसेज में कहा था- ‘जितना अधिक वह चाहते हैं, उतने अधिक लोगों को वह नुकसान पहुंचाते हैं।’
खाशोगी ने मई माह में भेजे अपने एक मैसेज में कहा था- ‘जितना अधिक वह चाहते हैं, उतने अधिक लोगों को वह नुकसान पहुंचाते हैं।’
खाशोगी ने यह संदेश सऊदी कार्यकर्ताओं के एक समूह को घेरे जाने के बाद भेजा था। जिसमें उन्होंने कहा था- ‘मैं हैरान नहीं होऊंगा, यदि इस उत्पड़ीन की आंच उनका समर्थन करने वालों तक भी पहुंचती है तो।’
गौर हो, अक्टूबर, 2017 और अगस्त 2018 के बीच लगभग हर रोज की बातचीत में खाशोगी और अब्दुल अजीज ने सऊदी के युवकों की घर वापसी के लिए इलेक्ट्रॉनिक सेना का गठन करने और सोशल मीडिया पर प्रिंस के प्रचार को धूल में मिलाने की योजना बनाई थी।
अब्दुल अजीज ने एक मीडिया साक्षात्कार में कहा कि- ‘जमाल का मानना था कि एमबीएस (क्राउन प्रिंस) एक मुद्दा है, एक समस्या है और इस बच्चे को रोका जाना चाहिए। इसके बाद अगस्त महीने में जब उन्हें लगा कि उनकी बातचीत का पता सऊदी अधिकारियों को लग गया है, तो उन्होंने लिखा ‘खुदा, हमारी मदद करे।’ इसके दो माह बाद ही उनकी हत्या हेा गई।
गौर हो, अक्टूबर, 2017 और अगस्त 2018 के बीच लगभग हर रोज की बातचीत में खाशोगी और अब्दुल अजीज ने सऊदी के युवकों की घर वापसी के लिए इलेक्ट्रॉनिक सेना का गठन करने और सोशल मीडिया पर प्रिंस के प्रचार को धूल में मिलाने की योजना बनाई थी।
अब्दुल अजीज ने एक मीडिया साक्षात्कार में कहा कि- ‘जमाल का मानना था कि एमबीएस (क्राउन प्रिंस) एक मुद्दा है, एक समस्या है और इस बच्चे को रोका जाना चाहिए। इसके बाद अगस्त महीने में जब उन्हें लगा कि उनकी बातचीत का पता सऊदी अधिकारियों को लग गया है, तो उन्होंने लिखा ‘खुदा, हमारी मदद करे।’ इसके दो माह बाद ही उनकी हत्या हेा गई।