अमरीकी विदेश विभाग ने संसद के प्रस्ताव पर 2018 के लिए आतंकवाद पर वार्षिक रिपोर्ट शुक्रवार को जारी की। इससे पाकिस्तान की नीयत पर सवाल उठते हैं। रिपोर्ट में कहा गया कि वह लगातार अफगान सरकार और तालिबान के बीच वार्ता को समर्थन की बात करता है। यह साबित करता है कि तालिबान अब भी अपने देश में हक्कानी नेटवर्क जैसे खूंखार आतंकी संगठन को पनपने दे रहा है।
अमरीका ने कहा कि यह संगठन अमरीका और अफगान सरकार के लिए खतरा बनकर उभरा है। अमरीकी विदेश मंत्रालय के अनुसार पाकिस्तान सरकार लश्कर और जैश जैसे खूंखार आतंकी संगठनों पर लगाम कसने में नाकाम रही है। ये संगठन पाकिस्तान में आतंकियों की भर्ती कर रहे हैं, ट्रेनिंग दे रहे हैं और धन उगाही कर रहे हैं। रिपोर्ट में पाकिस्तान को लताड़ते हुए कहा गया कि पाकिस्तान ने राष्ट्रीय कार्य योजना में कहा है कि किसी सशस्त्र समूह को देश में काम नहीं करने देंगे।
अमरीका ने कहा कि पाकिस्तान ने भारत को निशाना बनाने वाले अपने यहां से चलने वाले आतंकी संगठनों के खिलाफ सही तरह से कार्रवाई नहीं की है। वहीं आतंकियों की भर्ती के लिए व्हाट्सएप का इस्तेमाल हो रहा है, जिसको लेकर भारत चिंतित है। अमरीका द्वारा आतंकवाद पर जारी वार्षिक रिपोर्ट के मुताबिक,भारत सरकार के अधिकारी इंटरनेट के इस्तेमाल को लेकर लगातार चिंतित हैं।