सुप्रीम कोर्ट में सोनिया-राहुल गांधी के खिलाफ याचिका, कांग्रेस पर चीन की सरकार से समझौतेे का आरोप तेहरान के अधिवक्ता अली अलकसिमेर ने सोमवार को इस संबंध में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ईरान ने आरोप लगाया है कि ट्रंप और 30 से ज्यादा अन्य लोगों ने बीते 3 जनवरी को ड्रोन से हमला किया था, जिसमें कासिम सुलेमानी की मौत ( iran qasem soleimani ) हो गई थी। ईरान ने इन सभी व्यक्तियों को हत्या और आतंकवाद का आरोपी बताया है।
अली अलकसिमेर ने अमरीकी राष्ट्रपति के अलावा बाकी व्यक्तियों की पहचान का खुलासा नहीं किया। इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि राष्ट्रपति पद का कार्यकाल खत्म होने के बाद भी ट्रंप को सजा दिलाने का प्रयास जारी रहेगा।
अधिवक्ता ने आगे बताया कि इन सभी की गिरफ्तारी के लिए ईरान ने इंटरपोल से रेड नोटिस जारी करने की अपील की है और सभी की लोकेशन पता लगाने के लिए कहा है। हालांकि यह बात तकरीबन साफ है कि इंटरपोल इस तरह का कोई कदम नहीं उठाएगा क्योंकि नियमानुसार यह एंजेसी राजनीतिक प्रकृति की गतिविधियों में शामिल नहीं हो सकती है।
India-China Dispute: चीन में मारे गए सैनिकों के परिजन बेबस, ना नाम और ना सम्मान रेड नोटिस जारी होने पर स्थानीय प्रशासन उस देश के लिए गिरफ्तारी करता है जिसने नोटिस की मांग की होती है और इससे संदिग्धों को अरेस्ट करने या उनका प्रत्यर्पण करने की बाध्यता नहीं होती। हालांकि आरोपियों ट्रैवल करने पर रोक लगाई जा सकती है।
ऐसी रिक्वेस्ट मिलने के बाद सबसे पहले इंटरपोल की कमेटी की बैठक होती है और इस पर चर्चा की जाती है। वो जानकारी शेयर करने पर चर्चा करते हैं। हालांकि इसकी जानकारी को पब्लिक करना जरूरी नहीं होता, फिर भी तमाम बार वेबसाइट पर इसकी जानकारी शेयर कर दी जाती है।
दरअसल ईरान के सबसे ताकतवर जनरल कासिम सुलेमानी के बगदाद में अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे जाने के बाद पूरे पश्चिम एशिया में टेंशन अपने चरम पर पहुंच चुकी है। इसके बाद ईरान और अमरीका के बीच जुबानी जंग तेज होने के साथ ही तीसरे विश्वयुद्ध की आशंका बढ़ने लगी है। इस दौरान खाड़ी देशों में बढ़ते तनाव को देखते हुए अमरीका ने तीन हजार अतिरिक्त सैनिक भेजने का फैसला लिया था।