विराफिन दवा से 7 दिन में कोरोना का मरीज ठीक होने का दावा, आपात इस्तेमाल के लिए मिली मंजूरी
भारत की तरफ से इन हथियारों को किया गया शामिल
भारतीय नौसेना के प्रवक्ता कमांडर विवेक मधवाल ने बताया कि तीन दिन चलने वाले इस युद्धाभ्यास के अलग- अलग तरह के समुद्री अभियान का अभ्यास किया जाएगा। भारतीय नौसेना ने इस अभ्यास के लिए अपना गाइडेड मिसाइल स्टील्थ डेस्ट्रॉयर कोलकाता, गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट तर्कश व तलवार, फ्लीट सपोर्ट शिप दीपक, एक कलावरी श्रेणी की पनडुब्बी और लंबी दूरी के समुद्री गश्ती विमान पी-81 का एक बेड़ा उतारा है। भारतीय नौसेना को फ्रांसीसी नौसेना से इस दौरान बहुत कुछ सीखने को मिलेगा। यह नौसेनिक अभ्यास हिंद महासागर में चीन की बढ़ती चुनौती से निपटने के लिए बेहद महत्वपूर्ण है
बेहद शक्तिशाली है फ्रांसीसी नौसेना का विमानवाहक पोत
वरुण अभ्यास के 19वां संस्करण में फ्रांसीसी नौसना का विमानवाहक पोत बेहद शक्तिशाली है। इस अभ्यास में फ्रांसीसी नौसेना दल की ओर से विमानवाहक पोत चार्ल्स डि गाउले व सीएसजी के अलावा हॉरिजन, क्लास एयर डिफेंस डेस्ट्रॉयर कैवेलियर पॉल, एक्विटन-क्लास मल्टी मिशन फ्रिगेट प्रूवेंस और कमांड एंड सप्लाई शिप वार को शामिल किया गया है। युद्धपोत का वजन करीब 42500 टन है, जो एफिल टॉवर से करीब चार गुना ज्यादा वजन है। तीन दिवसीय युद्धाभ्यास के दौरान विभिन्न तरह के समुद्री अभियान का अभ्यास किया जाएगा जिसका उद्देश्य नौसेनाओं में समन्वय एवं साझा अभ्यास करना है और रणनीतिक क्षेत्र में संयुक्त कार्रवाई की क्षमता हासिल करना है।
आपको बता दें कि इससे पहले अप्रैल में भारतीय और फ्रांसीसी नौसेनाओं ने अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया की नौसेनाओं के साथ 5 अप्रैल से 7 अप्रैल के बीच बंगाल की खाड़ी में ला पेरेस अभ्यास में भाग लिया था।