वैज्ञानिकों के अनुसार अधिक तापमान को ये जीव सह नहीं कर सके। इस इलाके में बीते दिनों इतनी गर्मी पड़ी थी कि सड़कों पर दरारें देखने को मिलीं। यहां पर मौजूद घरों की दीवारें भी तापमान के कारण झुक गईं।
मछलियों को तैरने में दिक्कत हुई
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बीते दो हफ्तों में पड़ी भीषण गर्मी के कारण पश्चिमी अमरीका और कनाडा के आसपास मौजूद सागरों में एक बिलियन यानी सौ करोड़ से अधिक समुद्री जीवों की मौत हो गई। घोंघे अपने सेल में जलकर पक गए। सी स्टार समुद्री किनारों और पत्थरों पर मृत पाए गए। इस दौरान गर्मी के कारण नदियों में सालमन मछलियों को तैरने में दिक्कत का सामना करना पड़ा।
तट पर मृत मिले कई जीव
यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिटिश कोलंबिया के मरीन बायोलॉजिस्ट क्रिस्टोफर हार्ले का कहना है कि यह नजारा उन हॉलीवुड फिल्मों जैसा है, जिनमें प्रलय आने के बाद की स्थिति को दिखाया जाता है। इन मृत जीवों की संख्या पता करने के लिए क्रिस्टोफर हार्ले ने समुद्री तटों का सहारा लिया। एक मॉडल के आधार पर उनकी संख्या का अंदाजा लगाया जा सका।
तापमान 49.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा
बीते दिनों उत्तर-पश्चिम अमरीका में भीषण गर्मी पड़ी थी। पारा 49.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच चुका था। ये एक नया रिकॉर्ड था। इसे प्रेशर कूकर हीट वेव की तरह देखा गया है। इस कारण स्कूलों को बंद कर दिया गया। कोरोना जांच केंद्र पर ताला लग गया क्योंकि सड़कों पर दरारें आ चुकी थीं
मौसम विज्ञानियों के अनुसार पैसिफिक नॉर्थवेस्ट में उच्च दबाव के कारण तापमान में बढ़ोतरी हुई थी। जलवायु परिवर्तन के कारण स्थिति और बिगड़ती जा रही थी। गैर-सरकारी संस्था बर्कले अर्थ के अनुसार इस इलाके के तापमान में बीते आधी सदी में 1.7 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हुई है। धातुओं से बनने वाली सड़कों और ढांचों के लिए ये बढ़ता हुआ तापमान नुकसानदेह है। जिन घरों या इमारतों के बाहर इनकी परत होती है। उनका आकार बिगड़ता जा रहा था।