उन्होंने मीडिया से कहा कि बीते चरण में उनकी जीत दागे गए रॉकेट्स की संख्या या नुकसान के आधार पर नहीं, बल्कि इस आधार पर है कि प्रतिरोध ने उन्हें (इजरायल) पूरी तरह पंगु बना दिया है। बीते सप्ताह, इजरायल और गाजा के विद्रोही संगठनों के बीच दोबारा हिंसा भड़की थी। इजरायल ने वरिष्ठ इस्लामिक जिहाद कमांडर अबु अल-अत्ता के घर पर बमबारी कर उसकी तथा उसकी पत्नी को मार गिराया था।
इसके जवाब में उग्रवादी संगठन ने इजरायल में रॉकेटों से हमले किए थे, जिसके बाद इजरायल के युद्धक विमानों ने गाजा पर हवाई हमला कर दिया। इसमें महिलाओं और बच्चों समेत कुल 35 फिलिस्तीनियों की मौत हो गई थी।
मिस्र ने गुरुवार को दोनों पक्षों में संघर्षविराम समझौते की मध्यस्थता की थी। इसके बाद इजरायल में गाजा से कई और रॉकेट हमले किए जाने और उसके जवाब में इजरायली युद्धक विमानों द्वारा कार्रवाई किए जाने से संघर्षविराम कुछ ही समय बाद खत्म हो गया था।
इस बीच इस्लामिक जिहाद के एक वरिष्ठ नेता खालिद अल-बत्श ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के पूर्व के उन बयानों की निंदा की थी जिसमें उन्होंने कहा था कि इजरायल ने दुश्मनी खत्म करने के बदले गाजा में कोई वादा नहीं किया है।