बता दें कि इस जेल की गिनती दुनिया की सबसे खतरनाक जेलों में की जाती है। सबसे ज्य़ादा हैरान करने वाली बात तो ये है कि इस जेल में सुरक्षाकर्मी कैदियों को नहीं मारते हैं, बल्कि इस जेल में रहने वाले कैदी ही एक-दूसरे को मारते हैं और तो और ये भी जाता है कि यहां कैदी, दूसरे कैदियों को मारकर उनकी डेड बॉडी खा जाते हैं।
इस जेल में कैदियों के बदतर स्थिति का पता इस बात से भी चलता है कि इस जेल में कैदियों के रहने की क्षमता 600 है, जबकि इसमें 7 हजार से भी ज्य़ादा कैदियों को रखा जाता है।जगह कम होने के कारण उन्हें सोने या फिर ठीक से बैठने का मौका नहीं मिलता इसके चलते यहां कैदी दिन-रात खड़े होकर ही वक्त गुज़ारते हैं और अपने मौत का इंतज़ार करते हैं।
कुछ कैदियों की तो मौत अस्वस्थ परिस्थिति में रहने के कारण बीमारी की चपेट में आने से हो जाती है। इंसान को इस तरह रखने के इस तरीके का विरोध कई मानवाधिकार संगठन कर रहे हैं बावजूद इसके स्तर में कोई सुधार नहीं आया है। इस जेल की हालत ऐसी है जिसकी कल्पना हम सपने में भी नहीं कर सकते हैं।