इमरान खान के तेवर पड़े ठंडे, कहा- भारत के खिलाफ पहले परमाणु हमला नहीं करेंगे इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ रेडक्रास और रेड क्रिसेंट सोसाइटीज के इमरजेंसी सेंटर के प्रमुख सुने बुलो ने एक बयान में कहा कि जो कुछ हुआ है उसकी साफ तस्वीर अभी हमारे पास नहीं है। इस मामले में इतना कहा जा सकता है कि हरिकेन डोरियन का बहुत खराब प्रभाव पड़ा है। अगर पहले से इंतजाम नहीं किए जाते तो भारी जानमाल का नुकसान हो सकता था। हालात से निपटने के लिए शरणस्थलों का निर्माण, साफ पानी और चिकित्सा सेवा बड़े पैमाने पर मुहैया करानी होगी।
कुछ जगहों पर बाढ़ आने का भी अनदेशा लगाया गया है। रेडक्रास का अनुमान है कि यहां करीब 190 लाख लोग इससे प्रभावित हुए हैं और अमरीका के फ्लोरिडा, जार्जिया और साउथ कैरोलिना के 50 हजार लोगों पर इसका असर हो सकता है।
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