समानता और धर्म की स्वतंत्रता के अधिकार का उल्लंघन
अधिकारियों ने बताया कि बीते हफ्ते नगरपालिका के अधिकारियों ने फैसला किया था कि आतिशबाजी के लिए कोई जगह निर्धारित नहीं की जाएगी। लेकिन बाद में हिंदू समुदाय और दक्षिण अफ्रीकी हिंदू महासभा (SAHMS) के सदस्यों ने कानूनी सहारा लेने की धमकी दी। SAHMS के अध्यक्ष अश्विन त्रिपाठीजी ने कहा कि हम कानूनी तौर पर इस फैसले को चुनौती देने के लिए तैयार थे। यह समानता और धर्म की स्वतंत्रता के अधिकार का उल्लंघन था।
SAHMS की धमकी के बाद बदला गया फैसला
SAHMS की इस धमकी के बाद नगरपालिका ने अपना फैसला बदल दिया। केपटाउन रक्षा और सुरक्षा के लिए मेयर कमेटी के सदस्य जे पी स्मिथ ने जानकारी दी कि लोगों को आतिशबाजी करने के लिए एक स्टेडियम में खास साइक का चुनाव किया जाएगा। गौरतलब है कि अधिकारियों ने पहले दीपावली और गाइ फॉक्स डे के साथ-साथ न्यू ईयर के लिए भी किसी फायरवर्क साइट न होने का ऐलान किया था। बता दें कि गाइ फॉक्स डे केपटाउन में दिवाली के कुछ दिनों बाद मनाया जाता है।