यही वजह है कि कोरोना के दौरान लगाई गई पाबंदियों को लेकर रूस में कुछ लोगों ने अनूठा विरोध किया। इन लोगों ने मेट्रो ट्रेन में एक दूसरे को ‘किस’ ( Kiss) कर कोरोना में लगाई पाबंदियों के खिलाफ अपना विरोध प्रकट किया।
लाल चींटियों की चटनी से कोरोना का होगा इलाज! कोर्ट ने आयुष मंत्रालय को दिया ये बड़ा आदेश दुनिया के कई हिस्सों में लॉकडाउन जैसे हालात और पब्लिक स्पेस में कई तरह की पाबंदियां अब भी जारी हैं। भले ही कोरोना की वैक्सीन आ गई है, लेकिन अभी महामारी का खतरा टला नहीं है। कोरोना को लेकर लगी पाबंदियों को लेकर अब लोगों के सब्र का बांध टूट रहा है।
यही वजह है कि इन पाबंदियों के खिलाफ लोगों का गुस्सा रूस के एक शहर में देखने को मिला। यहां कोरोना में लगे बैन के खिलाफ लोग मेट्रो में किस करने लगे। मामला रूस के शहर येकाटेरिनबर्ग ( Yekaterinburg ) में देखने को मिला। यहां चल रही मेट्रो में कई कपल्स ने किस करते हुए अपना विरोध दर्ज कराया।
इन में से कुछ लोगों ने लाइफ वेबसाइट के साथ बातचीत में कहा- हमारा मकसद ना तो किसी की भावनाओं को आहत करना है और ना ही किसी पब्लिक सर्विस को खराब करना है।
आपको बता दें कि काफी संगीतकार ऐसे हैं जो कोरोना की इस पाबंदी के खिलाफ बोल रहे हैं। उनका कहना है कि वे इस दकियानूसी पाबंदी का विरोध कर रहे हैं और हम म्यूजिक इंडस्ट्री को फुल सपोर्ट करते हैं।
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इस ग्रुप से जुड़े लोगों ने आगे कहा कि सरकार के हिसाब से वायरस का खतरा कॉन्सर्ट्स और रेस्टोरेंट्स में ज्यादा है और इसलिए नाइटक्लब्स और इवनिंग शोज में जाने से लोगों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
वहीं लोग मेट्रो में भीड़-भाड़ में यात्रा कर रहे हैं लेकिन सरकार को इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ रहा है जबकि ऐसे मामलों में इंफेक्शन का खतरा ज्यादा है।
इस ग्रुप से जुड़े लोगों ने आगे कहा कि सरकार के हिसाब से वायरस का खतरा कॉन्सर्ट्स और रेस्टोरेंट्स में ज्यादा है और इसलिए नाइटक्लब्स और इवनिंग शोज में जाने से लोगों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
वहीं लोग मेट्रो में भीड़-भाड़ में यात्रा कर रहे हैं लेकिन सरकार को इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ रहा है जबकि ऐसे मामलों में इंफेक्शन का खतरा ज्यादा है।
अमरीका में दिखा था विरोद
आपको बता दें कि रूस में किया गया ये पहला विरोध नहीं है। इससे पहले सुपर पावर कहे जाने वाले अमरीका में भी लोगों ने सड़कों पर आकर विरोध जताया था। लॉकडाउन को लेकर लोगों में काफी गुस्सा देखने को मिला था, क्योंकि ये लोग रोजमर्रा की सुविधाओं का लाभ नहीं उठा पा रहे थे।
आपको बता दें कि रूस में किया गया ये पहला विरोध नहीं है। इससे पहले सुपर पावर कहे जाने वाले अमरीका में भी लोगों ने सड़कों पर आकर विरोध जताया था। लॉकडाउन को लेकर लोगों में काफी गुस्सा देखने को मिला था, क्योंकि ये लोग रोजमर्रा की सुविधाओं का लाभ नहीं उठा पा रहे थे।
अब भी जारी है नाइट कर्फ्यू और पाबंदियां
आपको बता दें कि भारत समेत दुनिया के कई देशों में अब कोरोना वायरस के चलते नाइट कर्फ्यू और पाबंदियां जारी हैं। इसका सबसे ज्यादा असर म्यूजिकल इवेंट्स, पार्टी और नाइट लाइफस्टाल सेक्टर पर पड़ रहा है।
आपको बता दें कि भारत समेत दुनिया के कई देशों में अब कोरोना वायरस के चलते नाइट कर्फ्यू और पाबंदियां जारी हैं। इसका सबसे ज्यादा असर म्यूजिकल इवेंट्स, पार्टी और नाइट लाइफस्टाल सेक्टर पर पड़ रहा है।
पिछले साल यूनाइटेड किंगडम म्यूजिक इंडस्ट्री 11 परसेंट की ग्रोथ कर रही थी। लेकिन कोरोना ने इस इंडस्ट्री की कमर तोड़ दी है। महामारी के चलते सिर्फ 3 बिलियन पाउंड्स म्यूजिक इंडस्ट्री ने इकोनॉमी में जोड़े हैं। ऐसे में सरकार ने हाथ बढ़ाते हुए इंडस्ट्री में डेढ़ बिलियन पाउंड का फंड जारी किया।