अमरीका के विदेश मंत्री का दावा, चीन की लैब से निकले कोरोना वायरस के हैं काफी सबूत ट्रंप ने जोर देकर कहा कि यदि कोई और देश उनसे पहले इस वैक्सीन को तैयार करता है तो उन्हें खुशी होगी। उन्हें परवाह नहीं है। वे केवल ऐसा टीका चाहता हैं जो काम करे। शोध प्रक्रिया में मानव परीक्षणों के दौरान होने वाले जोखिमों के बारे में जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘वे वॉलंटियर (स्वेच्छाकर्मी) हैं। उन्हें पता है कि वह क्या कर रहे हैं।’
ट्रंप ने इसको स्वीकार किया कि उन्होंने टीके में करीब एक साल का समय लगना तय है। वहीं माइक्रोसॉफ्ट कॉरपोरेशन के संस्थापक बिल गेट्स के अनुसार अगर कोरोना वायरस का टीका बना लिया जाता है, तो विश्व में उसके 1400 करोड़ डोज तैयार करने की जरूरत होगी। अपने ब्लॉग में उन्होंने कहा कि इन डोज को दुनिया के हर हिस्से में जल्द से जल्द पहुंचाना होगा।
बिल के अनुसार अगर टीका सिंगल डोज में ही प्रभावशाली साबित होता तो तब भी 700 करोड़ डोज तैयार करने ही होंगे। वहीं अगर दो डोज की जरूरत हुई तो ये 1400 करोड़ डोज होंगे। इस काम में नौ माह का या दो साल तक का भी समय लग सकता है। उन्होंने दावा किया कि इस समय आठ से 10 टीकों पर काम हो रहा है, जिनमें से किसी को भी सफलता मिल सकती है।