वाइट हाऊस (White House) द्वारा शुक्रवार को जारी किए गये इस संबोधन के अनुसार ओ ब्रायन ने कहा कि प्रोपेगंडा और प्रभाव संबंधी अभियानों के अलावा चीन की कम्युनिस्ट पार्टी अपनी बातें मनवाने के लिए व्यापार का भी सहारा ले रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि जब आस्ट्रेलिया (Australia) ने कोरोना वायरस (Coronavirus) को लेकर एक स्वतंत्र जांच की मांग की तो चीन की कम्युनिस्ट पार्टी ने आस्ट्रेलियाई कृषि उपजों की खरीद पर पाबंदी लगाने और चीनी विद्यार्थियों और पर्यटकों को पर्यटन पर आस्ट्रेलिया जाने से रोकने की धमकी दी।
जब आस्ट्रेलिया ने मांगे वापस नहीं लीं तो चीन ने आस्ट्रेलियाई जौ पर 80 फीसद उपकर लगा दिया। अमरीका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के अनुसार अंतरराष्ट्रीय संगठन भी चीन की योजना का हिस्सा हैं। चीन ने अनेक वैश्विक निकायों में कमान अपने हाथों में लेने की मुहिम चलाई।
उन्होंने कहा कि चीन यूएन की 15 विशिष्ट एजेंसियों में से अभी चार का प्रमुख है। ये सुरक्षा परिषद के अन्य स्थायी सदस्यों- अमरीका, ब्रिटेन, फ्रांस और रूस से अधिक हैं। ओ ब्रायन ने आरोप है कि वह अपने प्रभाव में लाकर चीनी दूरसंचार उपकरणों के लिए कई देशों को बाध्य कर चुका है।