अब इस मामले को लेकर अमरीका की ओर से बड़ा बयान सामने आया है। अमरीका ने कहा है कि वह इस कानून को लेकर बने हालात पर काफी करीब से नजर बनाए हुए है।
CAB पर कई राज्यों में मचा है बवाल, अमरीका-फ्रांस ने अपने नागरिकों को जारी की एडवाइजरी
अमरीकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता (US State Dept Spokesperson) ने एक बयान में कहा है कि ‘हम नागरिकता संशोधन अधिनियम के हालात पर नजर बनाए हुए हैं। हम अधिकारों की रक्षा और सम्मान करने का आग्रह करते हैं। उन्होंने कहा है कि हम प्रदर्शनकारियों से हिंसा से दूर रहने का भी आग्रह करते हैं। धार्मिक स्वतंत्रता और कानून के तहत समान उपचार के लिए सम्मान, ये दो सिद्धांत हमारे लोकतंत्रों का मूल हैं। संयुक्त राज्य अमरीका भारत से भारत के संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों को ध्यान में रखते हुए अपने धार्मिक अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा करने का आग्रह करता है।’
संयुक्त राष्ट्र की भी है नजर
आपको बता दें कि इससे पहले संयुक्त राष्ट्र संघ ने कहा था कि वह भारत के नागरिकता संशोधन कानून के प्रभाव की करीब से समीक्षा कर रहा है। महासचिव एंटोनियो गुटेरस के उपप्रवक्ता फरहान हक ने जानकारी देते हुए कहा कि ‘हमें इस बात की सूचना है कि भारतीय संसद के उच्च और निचले सदन ने नागरिकता (संशोधन) विधेयक को पारित कर दिया है और हम इस संबंध में सार्वजनिक रूप से व्यक्त की जा रही चिंताओं से भी अवगत हैं। हम संयुक्त राष्ट्र कानून के संभावित परिणामों को लेकर इस मामले पर विश्लेषण कर रहे हैं।’
इससे पहले हिंसक प्रदर्शन को देखते हुए अमरीका-फ्रांस समेत कई देशों ने अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी भी जारी की थी और कहा था कि हिंसक प्रदर्शन होने वाले शहरों में न जाएं।
Read the Latest World News on Patrika.com. पढ़ें सबसे पहले World News in Hindi पत्रिका डॉट कॉम पर. विश्व से जुड़ी Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Facebook पर Like करें, Follow करें Twitter पर.