इस्लामाबाद मैरियट होटल पर बमबारी 20 सितंबर 2008 की रात को हुई थी। उस दिन मैरियट होटल के सामने एक डंपर ट्रक में विस्फोट हुआ था, जिसमें कम से कम 54 लोग मारे गए थे। इस दौरान 266 लोग घायल हुए। विस्फोट इतना जोरदार था कि होटल के सामने एक 20 मीटर चौड़ा, 20 फीट गहरा एक गड्ढा दिखाई दिया। हताहतों में अधिकांश पाकिस्तानी थे,कम से कम पांच विदेशी नागरिक भी मारे गए और पंद्रह अन्य घायल हुए। यह हमला राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी द्वारा पाकिस्तानी संसद में अपना पहला भाषण दिए जाने के कुछ घंटों बाद हुआ। मैरियट राजधानी का सबसे प्रतिष्ठित होटल था, और सरकारी भवनों, राजनयिक मिशनों, दूतावासों और उच्च आयोगों के पास स्थित था। जांच के दौरान, तीन संदिग्ध आतंकवादियों को पाकिस्तानी पुलिस ने गिरफ्तार किया। हालांकि बाद में उन्हें सभी आरोपों से बरी कर दिया गया क्योंकि उनके खिलाफ कभी कोई सबूत पेश नहीं किया गया था।
होटल के पास हुए विस्फोट में प्राकृतिक गैस का रिसाव हुआ था। जिसके कारण पांच मंजिला इमारत में आग लग गई। होटल में 258 कमरे थे। आग लगने का कारण एक प्राकृतिक गैस पाइप का खुलना बताया गया। विस्फोट के परिणामस्वरूप लगभग दो तिहाई इमारत में आग लग गई और स्वागत क्षेत्र पूरी तरह से नष्ट हो गया। जांच में पाया गया कि होटल से कुछ दूरी पर ट्रक को रोका गया था। पुलिस को जब तक समझ में आता तब तक आत्मघाती हमलावर ने खुद को उड़ा लिया। होटल के आसपास सभी लोग मारे गए। इसके बाद होटल में आग लग गई, जिसके कारण कई लोग इसकी चपेट में आ गए।