हिटलर के जमाने का विनाशकारी हथियार बरामद दरअसल, जर्मनी के रिटायर्ड ब्रोकर क्लॉस डायटर फ्लिक हाएकेनडोर्फ (Heikendorf) शहर का निवासी है। फ्लिक विंटेज हथियारों का शौकीन है। विंटेज हथियारों को रखने के लिए उसने अपने घर पर एक बंकर भी बनवाया हुआ था। पुराने हथियारों के रखरखाव पर वो लाखों रुपए खर्च भी करता है। फ्लिक के पास नाजी जर्मनी के दौर के कई हथियार थे। इनमें टैंक, कैनन, टोरपेडो, 70 राइफल्स, टोरपेडो मिसाइल, 2000 राउंड्स की गोलियां भी शामिल हैं।
इसलिए करता था हर साल लाखों रुपए खर्च फ्लिक ने अदालत में जिरह के दौरान जज से पूरी साफगोई से कहा था कि उन्होंने इस टैंक को 1977 में ब्रिटेन से खरीदा था। 25 लाख रुपए खर्च कर इंजन भी रिपेयर कराया था। खास बात यह है कि फ्लिक को इस बात की जानकारी थी कि ऐसा करना जर्मन वार वेपन कंट्रोल एक्ट कर दुरुपयोग है। इसके लिए उसे सजा भी मिल सकती है। द्वितीय विश्व युद्ध के 65 वर्षों बाद हुआ भी वैसा ही। वह जर्मन कानून के उल्लंघन का दोषी पाया गया और उसे 2 करोड़ रुपए और 14 महीनों की जेल की सजा भी सुनाई गई है।
ऐसे हुआ फ्लिक के रहस्य का खुलासा फ्लिक के इस रहस्य का खुलासा होने पर पुलिस ने कुछ समय पहले उसके घर पर छापा मारा था। छापे के दौरान ही द्वितीय विश्व युद्ध काल के घातक हथियारों का खेप बरामद हुआ था। पुलिस को सूचना मिली थी कि इस शख्स के पास द्वितीय विश्व युद्ध से जुड़े कई हथियार रखे हैं। उस दौर के स्थानीय मेयर एलेक्जेंडर ऑर्थ ने एक इंटरव्यू में कहा था कि 70 के दशक में शख्स ने ब्रिटेन से टैंक खरीदा था तो काफी खतरनाक स्नोफॉल भी हुई थी। स्नोफॉल के दौरान वो इस टैंक पर बैठकर शहर में घूमता था। ये बात अलग है कि उस समय फ्लिक के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई।