गुटेरेस ने दुनिया से मानवीय सहायता के लिए आपातकालीन धन उपलब्ध कराने का आग्रह किया है। संयुक्त राष्ट्र प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने भी कहा है कि अफगानिस्तान के लिए संयुक्त राष्ट्र की मौजूदा 1.3 अरब डॉलर की अपील पर अब तक केवल 39 फीसदी धन ही मिल पाया है।
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देश में महंगाई बढ़ीअफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद से महंगाई बढ़ गई है। रोजमर्रा की चीजों की कीमतें भी कई गुणा हो रही है। ऐसे में खाद्य भंडार की समाप्ति होना वहां किसी बड़ी आपदा के समान सिद्ध होगा।
देश में गहराया आर्थिक संकट
तालिबान द्वारा सत्ता को हथियाए जाने के बाद अफगानिस्तान के रिजर्व फंड पर अमरीका ने प्रतिबंध लगा दिया है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने भी देश की करोड़ों की संपत्ति जब्त करने का निर्णय लिया है और दुनिया के अन्य देशों से आने वाली सहायता राशि भी लगभग बंद हो चुकी है। इसके अलावा मनी ट्रांसफर जैसे पेमेंट सर्विसेज बंद होने के कारण आम नागरिक की आर्थिक हालत दिनोंदिन खराब होती जा रही है। देश की मुद्रा का अवमूल्यन होने के कारण भी यहां के लोगों के सामने आऱ्थिक संकट खड़ा हो चुका है। ऐसे में तालिबान के सामने सबसे बड़ी चुनौती देश के हालात को संभालने की रहेगी।
तालिबान द्वारा सत्ता को हथियाए जाने के बाद अफगानिस्तान के रिजर्व फंड पर अमरीका ने प्रतिबंध लगा दिया है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने भी देश की करोड़ों की संपत्ति जब्त करने का निर्णय लिया है और दुनिया के अन्य देशों से आने वाली सहायता राशि भी लगभग बंद हो चुकी है। इसके अलावा मनी ट्रांसफर जैसे पेमेंट सर्विसेज बंद होने के कारण आम नागरिक की आर्थिक हालत दिनोंदिन खराब होती जा रही है। देश की मुद्रा का अवमूल्यन होने के कारण भी यहां के लोगों के सामने आऱ्थिक संकट खड़ा हो चुका है। ऐसे में तालिबान के सामने सबसे बड़ी चुनौती देश के हालात को संभालने की रहेगी।
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तालिबान को है चीन से उम्मीदतालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने एक इटेलियन अखबार से कहा कि आर्थिक मोर्चे पर जंग जीतने में चीन हमारा प्रमुख सहयोगी रहेगा। लॉ रिपब्लिका को दिए गए एक इंटरव्यू में मुजाहिद ने कहा कि चीन हमारा प्रमुख साझेदार है क्योंकि वह देश में निवेश और पुनर्निर्माण के लिए तैयार है।