अब यह क्षुद्रग्रह 1 नवंबर को पृथ्वी के बेहद करीब से गुजर जाएगा। नासा ने कहा है कि 10.1 किलोमीटर प्रति सेकंड या 36,360 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ़्तार से आगे बढ़ रहा है। यह क्षुद्रग्रह पृथ्वी से 0.5 चंद्र दूरी (lunar distances) गुजरेगा।
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बता दें कि एक LD पृथ्वी और चंद्रमा के बीच की औसत दूरी यानी कि 384,400 किमी है। इसका मतलब है कि 29 अक्टूबर को क्षुद्रग्रह 2019 UG11 पृथ्वी के 192,000 किलोमीटर के करीब आ गया है। फिलहाल नासा इसपर पूरी तरह से नजर बनाए हुए है और क्षुद्र ग्रह की हर हरकत पर नजर रखे हुए है।
2013 में भी कुछ ऐसा ही क्षुद्रग्रह पृथ्वी के करीब से गुजरा था
बता दें कि 2013 में एक क्षुद्रग्रह चेल्याबिंस्क (Chelyabinsk) पृथ्वी के करीब से गुजरा था। उस दौरान रूस के चेल्याबिंस्क में एक 20 मीटर उल्का विस्फोट हो गया था, जिसके कारण रूस में कई लोगों के घरों की खिड़कियां टूट गई थी और 1,000 से अधिक लोग घायल हो गए थे।
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उसके बाद से विशेषज्ञों ने यह उम्मीद नहीं की थी कि ऐसी कोई घटना होगी, और फिर भविष्य में कुछ ऐसा होगा। नासा का मानना है कि हर साल करीब 300,000 ऐसे अवसर आते हैं जब पृथ्वी के करीब से गुजरता है।
जबकि उसमें से एक की संभावना होती है कि वह पृथ्वी से टकरा जाए। फिलहाल इस क्षुद्र ग्रह से पृथ्वी के टकराने की संभावना नहीं है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि कोई क्षुद्रग्रह पृथ्वी से टकराता है तो एक बार फिर से पृथ्वी डायनासोर के काल में पहुंच सकता है।
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