पुलिस के मुताबिक जिस ट्रक में छुपाकर इन लोगों को फ्रांस में दाखिल कराने की कोशिश की जा रही थी,उसका ड्राइवर भी पाकिस्तानी था। 30 प्रवासियों के साथ ही पुलिस ने ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है। लोगों के बीच इस बात को लेकर विवाद बढ़ गया है। चर्चा शुरू हो गई है कि इस तरह से छिपकर फ्रांस आने वाले प्रवासियों के साथ सख्ती बरती जाए या मानवीय आधार पर इनसे नरमी बरती जाए।
गौरतलब है कि 39 लोगों की मौत के मामले में प्रवासियों की हालत को लेकर मीडिया संवेदना का माहौल देखा गया। पुलिस पकड़े गए सभी पाकिस्तानी नागरिकों से अलग-अलग पूछताछ कर रही है। पुलिस का कहना है कि जब तक इस संबंध में कोई ठोस नीति नहीं बन जाती तब तक कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी।